जयपुर. लोकसभा चुनाव की सियासी तपिश के बीच मोदी सरकार में सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत ने कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से कुछ सवालों पर कांग्रेस का रुख स्पष्ट करने की मांग की है. जयपुर आए थावरचंद ने कहा कि राहुल गांधी को लोकसभा चुनाव के दौरान ही यह स्पष्ट करना चाहिए कि धारा 370, 35A और समान नागरिक संहिता और राम मंदिर निर्माण को लेकर कांग्रेस का क्या विचार है.
ईटीवी भारत से खास बातचीत में गहलोत ने कहा कि इस चुनाव में कई राज्यों में मोदी की लहर नहीं बल्कि सुनामी आएगी और पिछले बार की तुलना में इस बार अधिक सीटों पर भाजपा और एनडीए की जीत होगी. गहलोत ने यह भी कहा कि धीरे-धीरे कांग्रेस और विपक्षी दलों का खात्मा होना तय है. क्योंकि, देशभर में ऐसा माहौल बन चुका है. हालांकि कुछ माह पहले हुए विधानसभा चुनाव में राजस्थान में भाजपा की हार के बाद लोकसभा चुनाव में 25 सीटों पर जीत कैसे हासिल होगी का सवाल पूछा गया तो गहलोत ने कहा कि विधानसभा और लोकसभा चुनाव में अंतर होता है. लोकसभा चुनाव में जनता मोदी और केंद्र सरकार के काम को देखकर वोट देगी. उनके अनुसार विधानसभा चुनाव के मुद्दे अलग थे और केंद्र के मुद्दे अलग हैं, इसलिए भाजपा को जीत का पूरा विश्वास है.
आर्थिक पिछड़ों को आरक्षण का भाजपा को मिलेगा फायदा
केंद्रीय सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत के अनुसार लोकसभा चुनाव से पहले जिस तरह केंद्र सरकार ने गरीब स्वर्ण समाज के आरक्षण के लिए कानून पास किया उसका फायदा भाजपा को इस लोकसभा चुनाव में जरूर मिलेगा गहलोत के अनुसार भाजपा शुरू से आरक्षण के पक्ष में रही है लेकिन कांग्रेस पूरे देश भर में यह भ्रम फैला रही है कि केंद्र की मोदी सरकार अनुसूचित जाति जनजाति के आरक्षण खत्म करना चाहती है जबकि ऐसा नहीं है.
प्रदेश की गहलोत सरकार पर बरसे गहलोत
ईटीवी भारत से खास बातचीत में केंद्रीय सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत ने कांग्रेस शासित राज्यों मैं विकास कार्य ठप्प होने की बात भी कही. गहलोत के अनुसार पिछले विधानसभा चुनाव में जिन प्रदेशों में कांग्रेस की सरकार बनी. वहां 3 से 4 महीने के भीतर ही विकास के कार्य ठप हो गए और आम जनता परेशान है. यही परेशानी भाजपा की वापस सरकार बनाएगी. गहलोत ने कहा कि प्रदेश की गहलोत सरकार बिजली और पानी उपलब्ध कराने में भी नाकाम रही है. यहीं कारण है कि गर्मियों में बार-बार बिजली जा रही है और कई इलाकों में पेयजल की समस्या बनी हुई है.