भीलवाड़ा. भाजपा के पूर्व मंत्री और अजमेर लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के चुनाव प्रभारी कालू लाल गुर्जर ने महागठबंधन की ओर से सेना को अपमानित करने को लेकर निशाना साधते हुए कहा कि सेना को अपमानित कर मोरल डाउन करना देश के लिए आत्मघाती कदम है. साथ ही घनश्याम तिवारी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि तिवारी की दुर्गति कांग्रेस पार्टी में और ज्यादा बिगड़ेगी.
भाजपा के पूर्व मंत्री कालू लाल गुर्जर ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि सेना का राजनीतिक से इस्तेमाल नहीं होना चाहिए. साथ ही जो लोग सेना की आलोचना करते है उन पर भी कठोर कार्रवाई करने का प्रावधान होना चाहिए. क्योंकि सेना को अपमानित कर मोरल डाउन करना देश के लिए आत्मघाती कदम है. यह होता है तो देश की सुरक्षा खत्म हो जाएगी.
प्रधानमंत्री की तरफ से चुनावी सभा में सेना के इस्तेमाल के सवाल पर गुर्जर ने कहा कि प्रधानमंत्री ने सेना को डिमोरललाइज करने का काम नहीं किया है. प्रधानमंत्री मोदी सेना के बहादुरी के काम की बात जनता को कह रहे हैं. वहीं उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि पिछले समय इंदिरा गांधी ने जब 1971 में युद्ध हुआ. उन्होंने भी इसी को चुनावी सभा में इस्तेमाल किया और उनके कारण उनको भयंकर बहुमत मिला. जिस तरह कांग्रेस और विपक्ष मोदी को कहते हैं कि पुलवामा हमला ही नहीं हुआ, सर्जिकल स्ट्राइक ही नहीं हुई. यह मोदी ने खुद ने करवाया यह कहना गलत है इससे सेना का साहस कम होता है.
घनश्याम तिवाड़ी पर साधा निशाना
वहीं घनश्याम तिवारी कांग्रेस में शामिल होने पर गुर्जर ने कहा कि घनश्याम तिवारी ने बहुत बड़ी गलती की है. इसके कारण राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारतीय जनता पार्टी में जो कार्यकर्ता बताए जाते हैं इससे पार्टी को ठेस पहुंची है. उन्होंने जो काम किया अशोभनीय है. पार्टी में जीते हारे टिकट मिले या नहीं मिले पार्टी किसी पुराने कार्यकर्ता को नहीं छोड़नी चाहिए. दूसरी पार्टी में जाने से तिवारी को कोई लाभ नहीं मिलेगा. भाजपा में रहते तो कभी ना कभी राज्यसभा में भी चले जाते.
उन्होंने कहा कि जिंदगी भर जिस पार्टी को गालियां निकालते हैं. जिसमें वंशवाद की राजनीति पार्टी में जाकर उनका गुणगान करने लग जाए तो वह गलत है, साथ ही शत्रुघ्न सिन्हा पर भी निशाना साधते हुए कहा कि शत्रुघ्न सिन्हा और तिवारी की कांग्रेसी पार्टी में और दुर्गति बिगड़ेगी वहां कोई लाभ मिलने वाला नहीं है.