उदयपुर. लेक सिटी उदयपुर पर्यटन के लिहाज से महत्वपूर्ण शहर है. शहर के प्रमुख पर्यटन स्थलों की सुंदरता में चार चांद लगाने के लिए नगर निगम और स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत कई योजनाएं चलाई जा रही हैं. शहर के प्रमुख चौराहों और मार्गों पर बने दरवाजों और झीलों के किनारे को नगर निगम की तरफ से दुरुस्त करके वहां लाइटिंग की व्यवस्था की गई है. प्रशासन इस लाइटिंग के नवाचार को साल भर चालू रखने जा रहा है. यह कदम पर्यटकों को लुभाने की दृष्टि से महत्वपूर्ण कदम आना जा रहा है.
प्राचीन धरोहरों को संरक्षित रखने के साथ ही उन्हें और सुंदर बनाने की नगर निगम की कोशिश अब साकार होती नजर आ रही है. नगर निगम और स्मार्ट सिटी प्राइवेट लिमिटेड ने मिलकर पिछले कुछ सालों से शहर की प्राचीन धरोहर को संरक्षित रखने के साथ ही उन्हें सुंदर बनाने के लिए कार्य किया है जो अब लगभग पूरा होने की कगार पर आ गया है. शहर के प्रमुख चौराहों और मार्गों पर बने दरवाजे और झील के किनारे पहले जीर्ण शीर्ण अवस्था में थे, उनकी अब मरम्मत की जा रही है. और लाइटिंग की व्यवस्था करके उनकी सुंदरता को बढ़ाया जा रहा है.
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कहां-कहां लाइटिंग की व्यवस्था है
अब तक उदयपुर के चांदपोल, अंबा पोल, ब्रह्म पोल, सत्यपोल, उदियापोल, सूरजपोल और दिल्ली गेट चौराहे पर मरम्मत का कार्य पुरा हो चुका है और लाइटिंग की व्यवस्था शुरू कर दी गई है. महापौर गोविंद सिंह टाक ने बताया कि शहर की विरासत को संरक्षित रखने के लिए स्मार्ट सिटी प्राइवेट लिमिटेड द्वारा पिछले कुछ सालों से शहर के अंदरूनी इलाकों में लगभग पूरा हो गया है. जिसके चलते अब वहां के प्राचीन धरोहर पहले के मुकाबले कहीं ज्यादा सुंदर और आकर्षक दिखाई देने लगे हैं.
बाहरी इलाकों में स्थित पर्यटन स्थलों को भी सुधारा जाएगा
उपमहापौर पारस सिंघवी का कहना है कि नगर निगम की तरफ से शुरुआती चरण में शहर के अंदरूनी इलाकों में इस कार्य को पूरा किया गया है. वहीं, अब अगले चरण में शहर के बाहरी इलाकों के कार्य पूरे किए जाएंगे. जिसके बाद उदयपुर में आने वाले पर्यटकों को और अधिक घूमने के स्थान मुहैया हो पाएंगे और यहां आने वाले हर आदमी को यहां की विरासत और ज्यादा लुभा पाएगी.
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उदयपुर के सूचना केंद्र में कार्यरत डॉ. कमलेश का कहना है कि झीलों के शहर में अब नाइट टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए स्मार्ट सिटी प्राइवेट लिमिटेड द्वारा यह जो कोशिश की गई है यह कारगर साबित होती नजर आ रही है. बता दें कि हाल ही में राजस्थान सरकार की तरफ से उदयपुर के कुछ प्रमुख दरवाजों और स्थानों पर हुए स्मार्ट सिटी प्राइवेट लिमिटेड के कार्य का मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लोकार्पण किया था.
15 लाख पर्यटक आते हैं हर साल
कोरोना से पहले की अगर बात करें तो उदयपुर में हर साल औसतन 15 लाख पर्यटक आते थे. इनमें से 5 लाख विदेशी जबकि 10 लाख देशी पर्यटक होते हैं. लेकिन कोरोना के बाद की स्थितियों में काफी बदलाव आ चुका है. लंबे लॉकडाउन के बाद जब अनलॉक लागू हुआ है. उसके बाद भी उदयपुर में पर्यटन व्यवसाय पटरी पर नहीं लौटा है. ऐसे में देखना होगा स्मार्ट सिटी और नगर निगम की यह पहल उदयपुर पर्यटन को कितना फायदा पहुंचा पाती है.
आपको बता दें कि पहली बार ऐसा हो रहा है जब उदयपुर की धरोहरों को साल के हर दिन दिवाली था रोशन किया जा रहा है ऐसे में अब देखना होगा स्मार्ट सिटी प्राइवेट लिमिटेड की यह पहल उदयपुर के बाशिंदों के साथ यहां आने वाले पर्यटकों को कितना लुभा पाती है बाइट गोविंद सिंह टाक महापौर बाइट पारस सिंघवी उप महापौर बाइट डॉक्टर कमलेश उपनिदेशक सूचना केंद्र बाइट लीलाधर शहरवासी बाइट नवनीत भट्ट व्यवसायी