उदयपुर. राज्य सरकार द्वारा तंबाकू और मिनरल युक्त पान मसालों पर बैन लगाने के बाद प्रदेश में अब खूब चर्चित हो रहे शराबबंदी की संभावनाओं पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपनी दो टूक शब्दों में राय रखी है.
सीएम गहलोत ने कहा है कि वे व्यक्तिगत तौर पर चाहते हैं कि राजस्थान में शराबबंदी हो, लेकिन शराबबंदी करने पर अवैध और नकली शराब का कारोबार बढ़ेगा. ऐसे में फिलहाल प्रदेश में शराबबंदी किया जाना संभव नहीं है. सीएम गहलोत ने 1977 का उदाहरण देते हुए कहा कि तब भी शराबबंदी की गई थी, लेकिन फेल हो गई. यही नहीं मुख्यमंत्री गहलोत ने महात्मा गांधी के गुजरात में लागू शराबबंदी पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि आज के वक्त में सबसे ज्यादा शराब गुजरात में पी जाती है.
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गहलोत ने कहा कि जब तक राज्य सरकार अवैध और नकली शराब को रोकने पर कोई पुख्ता कदम नहीं उठाएगी, तब तक शराब बंदी का फैसला नहीं किया जा सकता. अब देखना होगा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के इस बयान पर विपक्ष किस तरह पलट वार करता है. क्योंकि मुख्यमंत्री ने सीधे तौर पर शराबबंदी की संभावनाओं को सिरे से नकार दिया है.