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उदयपुर: कार्तिक पूर्णिमा पर आयोजित सामूहिक प्रसादी कार्यक्रम में पहुंचे हजारों श्रद्धालु

मंगलवार को कार्तिक मास पूर्णिमा के अवसर पर श्रद्धा का ज्वार उमड़ दिखा. सामूहिक महा प्रसादी के आयोजन में हजारों की संख्या में लोगों पहुंचे. आयोजन के दौरान गांव के मुख्य मार्ग से शोभायात्रा निकाली गई.

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Published : Nov 13, 2019, 2:18 AM IST

उदयपुर, kartik purnima event

सलूंबर (उदयपुर). सराड़ा उपखंड क्षेत्र के देवपुरा गांव के समीप काठड़ी फला में मंगलवार को पवित्र कार्तिक मास के पूर्णिमा के अवसर पर पूरा गांव भक्तिमय रंग में रंगा दिखा. कार्तिक स्नान के उपलक्ष्य में आयोजित इस महा प्रसादी में हजारों की संख्या में लोगों ने शिरकत की.

महा प्रसादी में हजारों की संख्या में लोगों ने की शिरकत

बता दें कि इस गांव में 230 लोगों द्वारा पवित्र कार्तिक मास में कार्तिक स्नान गया. जिसमें 21 पुरूष और 209 महिलाएं शामिल हुई. देवपुरा से निलेश टेलर ने बताया कि कार्तिक मास के अंत में सभी गोपियों और कृष्ण की ओर से मंगलवार के दिन भगवान कार्तिकेय की पूजा कर भव्य हवन किया गया. हवन के पश्चात व्रत का उद्दयापन्न कर महाप्रसादी का आयोजन किया. साथ ही डीजे की धुन पर जुलुस निकाला गया. जुलुस और महाप्रसादी में हज़ारो लोगों पहुंचे.

दरअसल, कार्तिक महीने की पूर्णिमा पर स्नान का विशेष महत्व होता है. इस दिन पुण्य प्राप्ति के लिए लोग गंगा में डुबकी लगाते हैं. साथ ही मां गंगा की पूजा-अर्चना भी करते हैं. स्नान के बाद भक्त बहती गंगा में दीप दान करते हैं. मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा में नहाने से पुण्य प्राप्त होता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा विशेष फल देने वाली होती है. जो भी भक्त सच्चे मन और विश्वास के साथ गंगा में डुबकी लगाते हैं, उनकी सभी मनोकामनाएं जरूर पूरी होती हैं.


डूंगरपुर: कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा पर जिलेभर में धार्मिक आयोजनों की रही धूम

कार्तिक पूर्णिमा पर जहां हिन्दू समाज में कार्तिक स्नान का समापन हुआ तो वहीं सिंधी समाज की ओर से प्रकाशपर्व गुरुनानक देव जयंती के रूप के मनाया गया. इसी कड़ी में शहर में जैन समाज की ओर से कार्तिक शुक्ल की पूर्णिमा पर मन्दिरों में शिखर ध्वजा परिवर्तन कार्यक्रम आयोजित किया गया.

कार्यमहा प्रसादी क्रम में हजारों की संख्या में उमड़ा जन सैलाब

इस मौके पर जैन समाज की ओर से शहर में शोभायात्रा भी निकाली गई. गाजे-बाजे के साथ शहर के अलग-अलग जैन मंदिरों से शोभायात्रा रवाना हुई, जो शहर के विभिन्न मार्गो से होते हुए पुनः मंदिरों पर जाकर सम्पन्न हुई.

शहर के घाटी स्थित गंभीरा पार्श्वनाथ जैन मंदिर, फोज का बडला स्थित शामलाजी का उड़ा मंदिर और माणक चौक स्थित भगवान आदिनाथ मंदिर में जैन समाज की ओर से भगवान के जयकारों के साथ मंदिरों की शिखर पर ध्वजा का परिवर्तन किया गया. वहीं कार्तिक शुक्ल की पूर्णिमा पर शहर में चल रहे जैन समाज के साधू संतो का चातुर्मास का समापन हुआ. इधर कार्तिक शुक्ल की पूर्णिमा पर शहर के अन्य मंदिरों में भी धार्मिक अनुष्ठानों के साथ शिखर ध्वजा का परिवर्तन किया गया.

पढ़ें : स्पेशल रिपोर्ट : कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान कर श्रद्धालुओं ने कमाया पुण्य

बाड़मेर: कार्तिक पूर्णिमा पर आयोजित अन्नकूट महोत्सव में श्रद्धालुओं की लगी कतारें​​​​​​​

प्रसिद्ध सनातनी तीर्थ खेड़ रणछोडराय तीर्थ में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर आयोजित अन्नकूट महोत्सव में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा. आयोजन को लेकर ब्रह्ममुर्हूत में मंदिर में पुजारी हीरालाल दवे ने लाभशंकर अवस्थी भगवान श्री रणछोड़राय की आदमकद प्रतिमा का पंचामृत से अभिषेक-पूजन किया और नए वस्त्रों, गहनों और फूलों से मनमोहक श्रृंगार किया गया.

अन्नकूट महोत्सव में श्रद्धालुओं का सैलाब

मंदिर पट खुलने पर दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. सूर्योदय होते ही रेलगाड़ियों, बसों और निजी साधनों से जिले भर से हजारों श्रद्धालुओं के पहुंचे से मंदिर परिसर खचाखच भर गया. श्रद्धालुओं ने पुष्पवर्षा करते हुए भगवान रणछोडराय के जयकारे लगाए. सुबह 11.30 बजे से महाआरती कर 56 व्यंजनों का भोग लगाया गया और अन्नकूट का प्रसाद वितरित किया गया.

मंदिर परिसर के बाहर लगे हाट बाजार से श्रद्धालु सामान की खरीदारी नजर आए. मोहत्सव में तीर्थ ट्रस्ट के सदस्य उपाध्यक्ष महेश चौहान, सचिव महेश अग्रवाल, सहसचिव अयोध्याप्रसाद गोयल सहित अन्य लोगों ने अपनी सेवाएं दी.

सलूंबर (उदयपुर). सराड़ा उपखंड क्षेत्र के देवपुरा गांव के समीप काठड़ी फला में मंगलवार को पवित्र कार्तिक मास के पूर्णिमा के अवसर पर पूरा गांव भक्तिमय रंग में रंगा दिखा. कार्तिक स्नान के उपलक्ष्य में आयोजित इस महा प्रसादी में हजारों की संख्या में लोगों ने शिरकत की.

महा प्रसादी में हजारों की संख्या में लोगों ने की शिरकत

बता दें कि इस गांव में 230 लोगों द्वारा पवित्र कार्तिक मास में कार्तिक स्नान गया. जिसमें 21 पुरूष और 209 महिलाएं शामिल हुई. देवपुरा से निलेश टेलर ने बताया कि कार्तिक मास के अंत में सभी गोपियों और कृष्ण की ओर से मंगलवार के दिन भगवान कार्तिकेय की पूजा कर भव्य हवन किया गया. हवन के पश्चात व्रत का उद्दयापन्न कर महाप्रसादी का आयोजन किया. साथ ही डीजे की धुन पर जुलुस निकाला गया. जुलुस और महाप्रसादी में हज़ारो लोगों पहुंचे.

दरअसल, कार्तिक महीने की पूर्णिमा पर स्नान का विशेष महत्व होता है. इस दिन पुण्य प्राप्ति के लिए लोग गंगा में डुबकी लगाते हैं. साथ ही मां गंगा की पूजा-अर्चना भी करते हैं. स्नान के बाद भक्त बहती गंगा में दीप दान करते हैं. मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा में नहाने से पुण्य प्राप्त होता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा विशेष फल देने वाली होती है. जो भी भक्त सच्चे मन और विश्वास के साथ गंगा में डुबकी लगाते हैं, उनकी सभी मनोकामनाएं जरूर पूरी होती हैं.


डूंगरपुर: कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा पर जिलेभर में धार्मिक आयोजनों की रही धूम

कार्तिक पूर्णिमा पर जहां हिन्दू समाज में कार्तिक स्नान का समापन हुआ तो वहीं सिंधी समाज की ओर से प्रकाशपर्व गुरुनानक देव जयंती के रूप के मनाया गया. इसी कड़ी में शहर में जैन समाज की ओर से कार्तिक शुक्ल की पूर्णिमा पर मन्दिरों में शिखर ध्वजा परिवर्तन कार्यक्रम आयोजित किया गया.

कार्यमहा प्रसादी क्रम में हजारों की संख्या में उमड़ा जन सैलाब

इस मौके पर जैन समाज की ओर से शहर में शोभायात्रा भी निकाली गई. गाजे-बाजे के साथ शहर के अलग-अलग जैन मंदिरों से शोभायात्रा रवाना हुई, जो शहर के विभिन्न मार्गो से होते हुए पुनः मंदिरों पर जाकर सम्पन्न हुई.

शहर के घाटी स्थित गंभीरा पार्श्वनाथ जैन मंदिर, फोज का बडला स्थित शामलाजी का उड़ा मंदिर और माणक चौक स्थित भगवान आदिनाथ मंदिर में जैन समाज की ओर से भगवान के जयकारों के साथ मंदिरों की शिखर पर ध्वजा का परिवर्तन किया गया. वहीं कार्तिक शुक्ल की पूर्णिमा पर शहर में चल रहे जैन समाज के साधू संतो का चातुर्मास का समापन हुआ. इधर कार्तिक शुक्ल की पूर्णिमा पर शहर के अन्य मंदिरों में भी धार्मिक अनुष्ठानों के साथ शिखर ध्वजा का परिवर्तन किया गया.

पढ़ें : स्पेशल रिपोर्ट : कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान कर श्रद्धालुओं ने कमाया पुण्य

बाड़मेर: कार्तिक पूर्णिमा पर आयोजित अन्नकूट महोत्सव में श्रद्धालुओं की लगी कतारें​​​​​​​

प्रसिद्ध सनातनी तीर्थ खेड़ रणछोडराय तीर्थ में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर आयोजित अन्नकूट महोत्सव में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा. आयोजन को लेकर ब्रह्ममुर्हूत में मंदिर में पुजारी हीरालाल दवे ने लाभशंकर अवस्थी भगवान श्री रणछोड़राय की आदमकद प्रतिमा का पंचामृत से अभिषेक-पूजन किया और नए वस्त्रों, गहनों और फूलों से मनमोहक श्रृंगार किया गया.

अन्नकूट महोत्सव में श्रद्धालुओं का सैलाब

मंदिर पट खुलने पर दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. सूर्योदय होते ही रेलगाड़ियों, बसों और निजी साधनों से जिले भर से हजारों श्रद्धालुओं के पहुंचे से मंदिर परिसर खचाखच भर गया. श्रद्धालुओं ने पुष्पवर्षा करते हुए भगवान रणछोडराय के जयकारे लगाए. सुबह 11.30 बजे से महाआरती कर 56 व्यंजनों का भोग लगाया गया और अन्नकूट का प्रसाद वितरित किया गया.

मंदिर परिसर के बाहर लगे हाट बाजार से श्रद्धालु सामान की खरीदारी नजर आए. मोहत्सव में तीर्थ ट्रस्ट के सदस्य उपाध्यक्ष महेश चौहान, सचिव महेश अग्रवाल, सहसचिव अयोध्याप्रसाद गोयल सहित अन्य लोगों ने अपनी सेवाएं दी.

Intro:उदयपुर जिले के सराड़ा उपखंड क्षेत्र के देवपुरा गाँव के समीप काठड़ी फला में मंगलवार को पवित्र कार्तिक मास के पूर्णिमा के अवसर पर श्रद्धा का ज्वार उमड़ पड़ा. 230 लोगों के सामुहिक महा प्रसादी के आयोजन में हजारों की संख्या में लोगों ने की शिरकत. इस आयोजन के दौरान गांव के मुख्य मार्ग से डिजे की धुम पर शोभायात्रा निकाली गई. इस शोभायात्रा में पुरे गांव में दिखा भक्तिमय माहौल.Body:सलूंबर (उदयपुर). उदयपुर जिले के सराड़ा उपखंड क्षेत्र के देवपुरा गाँव के समीप काठड़ी फला में मंगलवार को पवित्र कार्तिक मास के पूर्णिमा के अवसर पर समुचे पुरे गांव में भक्तिमय रंग में रंगा सा माहौल दिखा. कार्तिक स्नान के उपलक्ष्य में आयोजित इस महा प्रसादी में हजारों की संख्या में लोगों ने शिरकत की. हम आपको बता दें कि इस गांव में 230 लोगों द्वारा पवित्र कार्तिक मास में कार्तिक स्नान गया. जिसमें 21 पुरूष व 209 महिलाओं थी. देवपुरा से निलेश टेलर ने बताया कि कार्तिक मास के अंत में सभी गोपियों व कृष्ण द्वारा मंगलवार के दिन भगवान कार्तिकेय की पूजा कर भव्य हवन किया गया. हवन के पश्चात व्रत का उद्दयापन्न कर महाप्रसादी का आयोजन किया. साथ ही डीजे की धुन पर जुलुस निकाला गया. जुलुस व महाप्रसादी में हज़ारो लोगों ने शिरकत की. जुलुस काठड़ी फला से प्रेमनगर होते हुए मुख्य गाँव में पंहुचा. अंत में देवपुरा नदी पर पहुँच कर कार्तिक स्नान धारियों द्वारा दिप विसर्जन किये गए. पुरे कार्यक्रम के दौरान जावरमाइंस थानाधिकारी भरत योगी सहित पूरा जाप्ता मौजूद रहा.

विजुअल। कार्तिक पूर्णिमा पर आयोजित महा प्रसादी कार्यक्रम में हजारों की संख्या में उमड़ा जन सैलाब।Conclusion:हम आपको बता दें कि कार्तिक महीने की पूर्णिमा पर स्नान का विशेष महत्व होता है. इस दिन पुण्य प्राप्ति के लिए लोग गंगा में डुबकी लगाते हैं. साथ ही मां गंगा की पूजा-अर्चना भी करते हैं. स्नान के बाद भक्त बहती गंगा में दीप दान करते हैं. मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा में नहाने से पुण्य प्राप्त होता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा विशेष फल देने वाली होती है. जो भी भक्त सच्चे मन और विश्वास के साथ गंगा में डुबकी लगाते हैं, उनकी सभी मनोकामनाएं जरूर पूरी होती हैं.
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