उदयपुर. कहते हैं कि कुछ कर गुजरने के इरादे अगर बुलंद हो तो फिर आपदा को भी अवसर बनाया जा सकता है. ऐसा ही कुछ कर दिखाया उदयपुर के शिक्षकों ने. उन्होंने कोरोना वैश्विक रूपी महामारी से जूझ रहे लोगों की सहायता के लिए एक विशेष मुहिम शुरू की और लोगों की सहायता के लिए टीम गठित कर अभियान चलाया.
कोरोना की दूसरी लहर में जहां सरकारें और अन्य व्यवस्थाएं डगमगा गई. इस बीच तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए उदयपुर के राउमावि, काया गांव के शिक्षकों ने एक पहल शुरू की, जिसमें गांव- गांव में सर्वे करवा कर लोगों को जरूरी सहायता उपलब्ध करवाई जा रही है.
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शिक्षक घनश्याम ने बताया कि बच्चों की सुरक्षा को लेकर तैयारी करते हुए विद्यालय स्टाफ और भामाशाह के सहयोग से काया गांव के 7 वार्डों में प्रत्येक वार्ड की निगरानी के लिए वार्ड पंच, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता दो कोरोना युद्धवीर युवा शिक्षक कुल 5 सदस्यों की टीम सर्वे करेगी जिसमें प्रत्येक परिवार में से 5 से 18 साल के बच्चों की जांच की जाएगी. जिसमें उन बच्चों को बॉडी टेंपरेचर, ऑक्सीजन लेवल, प्लस रेट आदि भी लिया जाएगा और पूरे गांव के बच्चों का डाटा तैयार कर हमेशा शिक्षकों की ओर से बच्चों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली जाएगी. ताकि समय रहते टीम बच्चों को समय पर इलाज मुहैया करा सके इस कार्य के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को बैग टेंपरेचर, गन ऑक्सीमीटर, फेस शील्ड, n95 मास्क, सैनिटाइजर, साबुन, मेडिकल कैप, पैन का सेट दिया जा रहा है. ताकि वे पूरी सुरक्षा के साथ इस महत्वपूर्ण कार्य को कर सकें और पूरी टीम को विशेष सामान उपलब्ध करवाए गए हैं.
बच्चों की विशेष सुरक्षा के लिए लिमबोजर मशीन, स्टीमर, दवा, इंजेक्शन आदि दिए जा रहे हैं जिससे बच्चों को प्राथमिक इलाज गांव में ही मिल सके. वहीं कोरोना से बचाव प्रारंभिक लक्षण और वैक्सीन लगवाने की जागरूकता के लिए 2000 पंपलेट, ढाई सौ पोस्टर, 40 फ्लेक्स बनवाए गए हैं ताकि ग्रामीणों के बच्चों को जागरूक किया जा सके और गांव में माइक से भी प्रचार किया जा रहा है.
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सर्वे कार्य के उद्देश्य
- कोरोना की तीसरी लहर की सम्भावना से पूर्व 3 से 18 वर्ष के बच्चों की स्वास्थ्य जांच
- कोरोना की विभीषिका से अनाथ बच्चों, अन्य किसी कारण से जिन बच्चों के माता पिता की मृत्यु हो गई हैं उन्हें शिक्षा से जोड़ना ओर आर्थिक सम्बलन देना
- ड्राप आउट अथवा प्राईवेट स्कूल में फीस के कारण विधालय नहीं जानें वाले बच्चों को राजकीय विधालय से जोड़ना
- कोरोना के कारण जिन परिवारों की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है उन्हें सहायता देना
- बच्चों को online शिक्षा के बारे में समझाना और परिवार के सदस्यों को active करना
- गांव के लोगों को वैक्सीनेशन के लिए जागरूक करना
कोरोना की तीसरी वेब से लड़ने के लिए गांव की सरपंच पुष्पा मीणा और जिला अध्यक्ष एस. टी.म मोर्चा उदयपुर शहर, पूर्व सरपंच काया रमेश चन्द्र मीणा और पी. ई. ई. ओ ग्राम पंचायत काया मोहनलाल मेघवाल के सानिध्य में काया में एक कोरोना वॉर रूम की स्थापना की गई हैं, जो 24×7 ग्रामीणों की मदद के लिए तत्पर रहेंगे जिसमें दवाईयां पहुंचाना, राशन किट, भोजन, हॉस्पिटल पहुंचाना, घर सैनिटाइज करना हर मदद के लिए पूरी टीम तैयार रहेगी.