उदयपुर. स्पेनिश अभिभावकों ने डेढ़ साल के मासूम की तकदीर बदल दी है. अब वो अनाथ नहीं कहलाएगा. उसकी परवरिश सात समंदर पार स्पेन में होगी. बच्चे का पालन पोषण उदयपुर के बाल अधिकारिता विभाग के राजकीय शिशु बाल गृह में किया जा रहा था (Spanish Couple Adopts Special Child). गोद लेने की कानूनी कार्रवाई पूरी कर सोमवार को दंपती वापस अपने देश लौट गए.
6 महीने से जारी था प्रयास: राजकीय शिशु बालगृह अधीक्षक वीना ने बताया कि डेढ़ साल पहले इस बच्चे को जन्म के तुरंत बाद छोड़ दिया गया था. बच्चे को बाल कल्याण समिति के जरिए राजकीय शिशु बाल गृह में लाया गया था. यहीं उसकी देखभाल की जा रही थी. इस बीच स्पेनिश दंपती ने बच्चे को गोद लेने की अर्जी डाली. सभी प्रोसेस ऑनलाइन हुआ (Spanish Couple Adopts Udaipur Child). ये कोशिश पिछले 6 महीने से जारी थी.
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कानूनी प्रक्रिया के तहत सौंपा: सोमवार को गोद दिए जाने को लेकर कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद उसे माता-पिता को सौंप दिया गया. केंद्रीय दत्तक ग्रहण संसाधन प्राधिकरण यानी कारा के जरिए बच्चा गोद लेने की इच्छा जताई गई थी.अधिकारी ने बताया कि बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र समेत सारी औपचारिकता के बाद इंडियन पासपोर्ट से बच्चे को स्पेन भेजा गया है. जहां कुछ दिनों में उसे स्पेन की नागरिकता मिल जाएगी.
मां पिता प्रसन्न: स्पेनिश कपल पिछले 8 साल से बच्चे की राह तक रहा था. अब जबकि सूनी गोद आठ साल बाद भरी है तो दोनों बेहद खुश हैं. बच्चे को गोद लेने के लिए 6 महीने पहले दंपती ने केन्द्रीय दत्तक ग्रहण संसाधन प्राधिकरण (कारा) के जरिए इच्छा जताई. इस पर अलग-अलग चरण पूरे होने के बाद दंपती ने बच्चे को देखा. इसके गोद लेने का मन बनाया.