उदयपुर. सीकर के गुरुकुल यूनिवर्सिटी फर्जीवाड़े मामले के (Sikar Gurukul University forgery case) तूल पकड़ने के बाद आखिरकार सुखाड़िया यूनिवर्सिटी के कुलपति अमेरिका सिंह को बैकफुट पर आना पड़ा. राज्य सरकार के आदेश के 5 दिन बाद कुलपति अमेरिका सिंह ने साइंस कॉलेज के डीन प्रोफेसर घनश्याम सिंह राठौड़ को निलंबित कर दिया. पिछले 5 दिन से कुलपति उनके निलंबन की फाइल को लेकर बैठे हुए थे. सरकार ने कड़ी नाराजगी जताते हुए कुलपति को 2 दिन में राठौड़ को निलंबित करने के आदेश दिए थे.
सीकर के गुरुकुल यूनिवर्सिटी की वेरिफिकेशन को लेकर बनाई गई कमेटी के 3 सदस्यों के अलावा सुखाड़िया यूनिवर्सिटी के कुलपति उसके अध्यक्ष थे. ऐसे में राज्य सरकार की ओर से बनाई जांच कमेटी ने अमेरिका सिंह वाली कमेटी की रिपोर्ट को फर्जी बताते हुए भ्रामक बताया था. इस दौरान सीकर की गुरुकुल यूनिवर्सिटी का पूरा मामला विधानसभा तक पहुंचा. गुरुकुल यूनिवर्सिटी के मामले में सरकार की विधानसभा में जमकर किरकिरी हुई थी. रिपोर्ट गलत होने के कारण सरकार को इससे जुड़ा विधेयक वापस लेना पड़ा था. इसके बाद सरकार ने इस पूरे मामले की जांच के लिए उच्च कमेटी का गठन किया. कमेटी ने दोषी मानते हुए गुरुकुल यूनिवर्सिटी की वेरिफिकेशन कमेटी के तीन (Verification committee member suspended ) सदस्यों को सस्पेंड करने के आदेश जारी किए थे.
जिसमें अलवर लॉ कॉलेज के प्रोफेसर विजय बेनीवाल और राजस्थान यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर जयंत सिंह को सस्पेंड कर दिया गया. लेकिन सुखाड़िया यूनिवर्सिटी के कुलपति अमेरिका सिंह तीसरे सदस्य प्रोफेसर जीएस राठौड़ को निलंबित नहीं कर रहे थे. लेकिन गुरुवार को कुलपति को पत्र भेजकर राज्य सरकार ने राठौड़ को निलंबित करने के आदेश दिए थे. उच्च शिक्षा विभाग के ग्रुप 4 के संयुक्त सचिव डॉ फिरोज अख्तर की ओर से भेजे गए पत्र में कहा गया कि उक्त प्रकरण की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए प्रोफेसर राठौड़ को तत्काल निलंबित कर अनुशासनात्मक कार्रवाई करें. साथ ही 2 दिन में रिपोर्ट भिजवाने के निर्देश दिए थे.