उदयपुर. उदयपुर नगर निगम नेता प्रतिपक्ष और यूआईटी के चेयरमैन का पद अभी तक खाली है. इन पदों को अभी तक सरकार भरने में सफल नहीं हो पाई है. जिसके पीछे कई सियासी गणित भी है. क्योंकि नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष के पद पर कई लोग दावेदारी जता रहे हैं. इस विषय को लेकर जब जिला प्रभारी मंत्री रामलाल जाट से मीडिया ने सवाल किया, तो उन्होंने यह कहते हुए पल्ला झाड़ लिया कि यह सब काम मुख्यमंत्री के लेवल का है. कोरोना के कारण कुछ समय लगा है. जैसे ही स्थितियां सामान्य होंगी, राजनीतिक नियुक्तियां और इन सब विषय पर कार्य किया जाएगा.
हालांकि प्रदेश के गहलोत सरकार के 3 साल पूरे हो चुके हैं. लेकिन अभी तक उदयपुर नगर निगम को नेता प्रतिपक्ष (Udaipur Nagar Nigam opposition leader post vacant) का इंतजार है. जिला परिषद सभागार में हुई जिला स्तरीय बैठक में रामलाल जाट ने अधिकारियों से प्रमुख योजनाओं को लेकर फीडबैक लिया. इस दौरान उन्होंने बताया कि राज्य की गहलोत सरकार द्वारा जन कल्याणकारी योजनाओं को गांव-गांव तक पहुंचाने के लिए विशेष काम किया जा रहा है.
मंत्री ने कहा कि पहला सुख निरोगी काया है और इसी मंत्र के साथ वर्तमान दौर में कोरोना से बचने के लिए सभी को सतर्क व जागरूक रहने की जरूरत है. सम्पूर्ण जिले को इस महामारी से सुरक्षित रखने के लिए जागरूकता के साथ कोविड गाइडलाइन की पालना के लिए आमजन को प्रेरित करना होगा.
मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना की प्रगति पर समीक्षा करते हुए हर पात्र व्यक्ति को इस योजना से जोड़ने की बात कही. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों के सुस्वास्थ्य के लिए एवं जरूरत पड़ने पर विभिन्न बीमारियों में निःशुल्क इलाज मुहैया करवाने के लिए इस योजना को संचालित किया है. उन्होंने इस योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के साथ शिविरों का आयोजन करते हुए पात्रजनों को लाभान्वित करने की बात कही.
सिलिकोसिस पीड़ितों को मिले हर संभव सहायता
प्रभारी मंत्री जाट ने कहा कि सिलिकोसिस पीड़ितों को लेकर सरकार संवेदनशील है. पीड़ितों को सरकार की ओर से मिलने वाली सहायता समय पर मिले, इसका विशेष ध्यान रखा जाए. उन्होंने प्राप्त आवेदनों के वेरिफिकेशन एवं अन्य प्रक्रियाओं को पूर्ण करते हुए पीड़ितों को प्राथमिकता से राहत प्रदान करने की बात कही.