उदयपुर. आप सभी ने फिल्म 'पैडमैन' तो जरूर देखी होगी, लेकिन उदयपुर में पुलिस शब्द पैडमैन की भूमिका में आ गई है. कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बाद आम जरूरत की चीजों की काफी किल्लत हो गई थी. इन्हीं में से एक है सेनेटरी नैपकिन. उदयपुर के आदिवासी अंचल में लंबे लॉकडाउन के बाद सेनेटरी नैपकिन की किल्लत से आमजनता काफी परेशान थी, ऐसे में उदयपुर के गोवर्धन विलास थाना पुलिस द्वारा आदिवासी अंचल की लगभग 800 बालिकाओं और महिलाओं को सेनेटरी नैपकिन किट वितरित किए गए.
उदयपुर के आदिवासी अंचल में मंगलवार को किट वितरित किए गए. इस किट में 1 साल तक के सेनेटरी नैपकिन, एक दरी, साज-सज्जा के सामान के साथ ही दो ड्रेस भी मौजूद थी. इस दौरान गोवर्धन विलास थाना पुलिस अधिकारी चेनाराम ने बताया कि लॉकडाउन के बाद महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था, जिसकी सूचना पुलिस को मिली. इसके बाद में जिला पुलिस अधीक्षक और गूंज संस्थान के सहयोग से सालभर का एक सेनेटरी किट तैयार किया गया और अब गोवर्धन विलास थाना क्षेत्र के जरूरतमंद इलाकों में वितरण किया जा रहा है.
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बता दें कि अब तक 800 किट वितरित किए जा चुके हैं और भविष्य में भी यह जारी रहेगा. वहीं इस दौरान उदयपुर पुलिस की डिप्टी प्रेम धनदे भी मौजूद रहे. उन्होंने पुलिस की इस पहल की जमकर तारीफ की और कहा कि राजस्थान में उदयपुर की गोवर्धन विलास थाना पुलिस ने इस अनूठी पहल की शुरुआत की है, जो काफी सराहनीय है.
इस दौरान जरूरतमंद बालिकाएं और महिलाओं द्वारा पुलिस का आभार व्यक्त किया गया. साथ ही पिछले लंबे वक्त में उनके साथ आपबीती को भी बताया गया. महिलाओं ने कहा कि लॉकडाउन के बाद स्थिति काफी विकट हो गई थी, लेकिन पुलिस ने इस विकट परिस्थिति में भी हमारी मदद की है. बता दें कि उदयपुर का गोवर्धन विलास थाना प्रदेश का एकमात्र ऐसा थाना है, जहां महिलाओं को इतनी बड़ी संख्या में सेनेटरी नैपकिन वितरित किए गए हैं.