उदयपुर. जिले में ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए वन विभाग, ग्रीन पीपल सोसायटी, पर्यटन विभाग 'ली टूर डी इंडिया' तथा 'बेला बसेरा रिसोर्ट' के संयुक्त तत्वावधान में साइकिल पर प्रकृति के त्रिदिवसीय रोमांच 'पेडल टू जंगल' का आगाज 11 फरवरी से होने जा रहा है. इसमें साइकिलिस्ट उदयपुर से अपनी यात्रा शुरू करते हुए प्रकृति के अद्भुत नजारों के बीच जिले की नैसर्गिक समृद्धि और ऐतिहासिक शिल्प-वैशिष्ट्य से रूबरू होंगे. यात्रा का समापन गुजरात के पोलो फोरेस्ट में होगा.
यात्रा संयोजक और ग्रीन पीपल सोसायटी के अध्यक्ष रिटायर्ड सीसीएफ राहुल भटनागर ने बताया कि 11 फरवरी को दोपहर 12 से 3 बजे तक प्रतिभागियों की जांच एवं आवश्यक कार्यवाही के बाद उन्हें साइकिलिंग जर्सी, तख्तियां, स्टिकर वितरण कर संक्षिप्त यात्रा का विवरण दिया जाएगा. इसके पश्चात जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. राजीव पचार हरी झण्डी दिखाकर रश-ऑवर-राइड को रवाना करेंगे.
पढ़ें: Special : जन-जन तक पहुंचेगी जंग-ए-आजादी की अनकही दास्तान....राज्य अभिलेखागार का नवाचार
इस राइड के तहत साइकिलिस्ट उदयपुर की दोनों झीलों के किनारे से होकर पुराने शहर के प्रमुख स्थलों से होते हुए पुनः फील्ड क्लब पहुंचेंगे. इस रश ओवर राइड के तहत साइक्लिस्ट उदयपुर की झीलों की शांति, सुंदरता और परिवेश के संरक्षण के लिए उदयपुरवासियों के प्रयासों की सराहना एवं दिए गए सहयोग के लिए आभार जताएंगे.
बांध, पहाड़, नदी और जंगल से होंगे रूबरू
दूसरे दिन 12 फरवरी को साइकिल यात्री उदयपुर से रवाना होकर सुरम्य पहाड़ों के बीच होते हुए गोराना डैम पहुंचेंगे. यह डैम अपने सौंदर्य के साथ एक बहुत ही दिलचस्प बर्डिंग साइट भी है. शाम को संभागी स्थानीय गैेर नृत्य व मनोरंजक कैम्प फायर का आनंद लेंगे. प्रकृति प्रेमियों को रातभर बांध के समीप ही एक पहाड़ी पर एक अद्भुत शिविर में रहने का अवसर मिलेगा. यहां से 13 फरवरी की सुबह साइकिलिस्ट फुलवारी की नाल वन्यजीव अभयारण्य से होते हुए पानरवा तक पहुंचेंगे. पानरवा वन गेस्ट हाउस (ब्रिटिश सेना पड़ाव बिंदु) तक पहुंचने के लिए एक तरफ वकाल नदी के साथ सड़क किनारे और पहाड़ों पर इस साहसिक यात्रा का आनंद लुफ्त लेंगे.
दोपहर के भोजन के बाद, एक चिटचैट सत्र और वन अधिकारियों के साथ फोरेस्ट हाई-टी के साथ प्रकृति पर चर्चा होगी. शाम को स्थानीय लोगों की ओर से मेवाड़ी संस्कृति पर आधारित कार्यक्रम होंगे. रात्रि भोजन के बाद स्टार ट्रेल फोटोग्राफी का आयोजन होगा. इसमें सर्वश्रेष्ठ शॉट्स को पुरस्कृत किया जाएगा. सभी संभागियों का यह रोमांचक सफर पानरवा से पोलो फोरेस्ट तक के घने जंगल की पगडंडियों के बीच होकर गुजरात सीमा में प्रवेश करेगा, जहां पर पोलो फोरेस्ट इंटरप्रिटीशन सेंटर में एक विदाई समारोह होगा.