उदयपुर. शहर की मोहनलाल सुखाड़िया यूनिवर्सिटी में अब स्कूलों की तर्ज पर पेरेंट्स टीचर मीटिंग का आयोजन किया जाएगा. शनिवार को इसकी औपचारिक शुरुआत हुई. जिसमें विश्वविद्यालय प्रशासन और अभिभावकों के बीच एक बैठक का आयोजन किया गया और छात्रों के भविष्य और शैक्षणिक गतिविधियों को लेकर चर्चा की गई.
उदयपुर के मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय में नवगठित अभिभावक परिषद की पहली बैठक शनिवार को कुलपति प्रो अमेरिका सिंह की अध्यक्षता में आयोजित की गई बैठक में कुलपति ने अभिभावकों से बातचीत की एवं उनके सुझाव सुने.
कुलपति ने प्रो सिंह ने 2 माह पूर्व अपनी ज्वॉइनिंग के साथ ही घोषणा की थी कि विश्वविद्यालय में अभिभावक परिषद का गठन किया जाएगा. जिसकी समय-समय बैठकें आयोजित होगी और शिक्षकों का अभिभावकों से आपसी संवाद किया जाएगा, ताकि विश्वविद्यालय में शैक्षिक माहौल बनाया जा सके.
इसी क्रम में शनिवार को आयोजित बैठक में 20 अभिभावक पहुंचे उन्होंने कुलपति से कहा कि इस तरह की बैठकों का आयोजन अब तक केवल स्कूलों में ही हुआ करता था, लेकिन विश्वविद्यालय में यह स्वस्थ शुरुआत वाला नवाचार भविष्य के लिए बेहतर होगा.
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अभिभावकों ने कहा कि इससे छात्र कॉलेज में राजनीति की बजाय पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करेगा अभिभावक उन पर घर पर भी नजर रख पाएंगे और विश्वविद्यालय में आकर शिक्षकों को भी अवगत कराएंगे. नई शिक्षा नीति और पुरानी शिक्षा नीति में अंतर समझाते हुए कुलपति ने अभिभावकों से निवेदन किया कि वे विद्यार्थियों के अध्ययन पर नियमित तौर पर नजर रखें और कोई समस्या हो तो विश्वविद्यालय को सूचित करें. अभिभावक परिषद की बैठक में छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो पीएम यादव, चीफ प्रॉक्टर प्रो बीएल वर्मा और वाणिज्य महाविद्यालय के अधिष्ठाता प्रो पीके सिंह उपस्थित थे.
बता दें कि राजस्थान में उदयपुर का मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय एकमात्र ऐसा विश्वविद्यालय है जहां पर इस तरह की अभिभावक बैठक का आयोजन किया गया. ऐसे में अब देखना होगा कि राजस्थान के अन्य विश्वविद्यालय उदयपुर के सुखाड़िया विश्वविद्यालय की कार्य योजना को लागू करते हैं.