उदयपुर. प्रदेश के उदयपुर में एक बार फिर कोरोना का महाब्लास्ट हुआ. बुधवार को जारी हुई चिकित्सा विभाग की सूची में उदयपुर में 918 नए कोरोना संक्रमित व्यक्ति सामने आए. लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण के कारण जहां उदयपुर प्रदेश का कोरोना का हॉटस्पॉट बनता जा रहा है. उदयपुर में कोरोना के ग्राफ में तेज गति से इजाफा हो रहा है. बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए जिला प्रशासन और चिकित्सा विभाग लोगों से कोरोना गाइडलाइन की पालना को लेकर अपील कर रहा है, लेकिन कुछ लोग अभी भी लापरवाह बने हुए हैं.
कोरोना के दूसरी लहर से उदयपुर जिले में कोरोना संक्रमित का आंकड़ा तेजी से बढ़ा है, तो प्रशासन की सख्ती भी बढ़ती जा रही है. जिला कलेक्टर चेतन देवड़ा के निर्देश में कोरोना गाइडलाइन की पालना नहीं करने पर बुधवार तक प्रशासन व पुलिस के दलों द्वारा 156 व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को सीज किया जा चुका है और जुर्माना भी वसूला गया है. इनमें लग्जरी गाड़ियों के शोरूम, शॉपिंग मॉल्स, होटल्स, रेस्टोरेंट्स, फास्ट फूड, रेडिमेंट कपड़ों की दुकानें भी शामिल हैं.
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अतिरिक्त जिला कलेक्टर शहर अशोक कुमार ने बताया कि कोरोना गाइडलाइन की पालना करवाने के लिए समझाइश के साथ शक्ति भी बढ़ती जा रही है. कोविड-19 क्रमण से आमजन को बचाने के लिए प्रशासन प्रतिबंध है. संक्रमण रोकने की दृष्टि से उदयपुर जिले में अब तक 106 माइक्रो कंटेंटमेंट जॉन बनाए गए हैं. यहां किसी भी तरह की आवाजाही पर प्रतिबंध किया गया है. जिले में 48 संयुक्त प्रवर्तन दल गठित किए गए हैं. शहरी क्षेत्र में 24 संयुक्त प्रवर्तन दल कोरोना की पालना करवाने निजी अस्पतालों के साथ समन्वय स्थापित करने में जुटे हुए हैं.
16 लाख रुपये से ज्यादा के चालान काटे
अतिरिक्त जिला कलेक्टर (शहर) अशोक कुमार ने बताया कि बिना मास्क के सार्वजनिक स्थानों पर घूमते हुए पाए गए 663 लोगों के चालान काट कर तीन लाख 31 हजार ₹500 वसूले गए. वहीं सोशल डिस्टेंसिंग नहीं रखने पर 10 हजार 418 चालान काट कर 10 लाख 41 हजार ₹800 वसूले गए. कोविड-19 की पालना नहीं करने पर बुधवार तक 156 व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को नियम अनुसार सीज कर 2 लाख 60 हजार रुपए का जुर्माना वसूला गया है. उदयपुर में अब तक कोरोना के 19395 पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं.