उदयपुर. कांग्रेस के अग्रिम संगठन सेवा दल की ओर से आजादी की गौरव यात्रा निकाली जा रही है. इसी क्रम में सेवादल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालजी देसाई एवं राजस्थान प्रदेश कांग्रेस सेवादल अध्यक्ष हेम सिंह शेखावत गुरुवार को उदयपुर (National President of Seva Dal Lalji Desai in udaipur) पहुंचे. इस बीच सेवादल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालजी देसाई ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए गौरव यात्रा और विभिन्न मुद्दों को लेकर बेबाकी से अपनी राय (Lalji Desai spoke on Aazadi Ki Gaurav Yatra) रखी. साबरमती आश्रम अहमदाबाद से प्रारंभ होकर गौरव यात्रा 1 जून को राजघाट पहुंचेगी. 1171 किलोमीटर की यह पदयात्रा कांग्रेस सेवा दल की ओर से निकाली जा रही है.
'आजादी की गौरव यात्रा' के माध्यम से क्या मैसेज देना चाहते हैं....
लालजी देसाई ने बताया कि कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी का इस यात्रा के जरिए यह संदेश देना था कि लोगों को पता चले कि आजादी हमें किस प्रकार मिली है. आजादी हमें कोई भीख में नहीं मिली बल्कि संघर्ष करके मिली है. आजादी की जंग लड़ने वाले महापुरुषों के बारे में देश के युवा वर्ग को बताया जाए. इसके लिए आजादी की गौरव गाथा को लेकर सेवादल यात्रा निकाल रहा है.
इसी के साथ देश में जो वर्तमान स्थिति है, उसे जनता के सामने लाया जा रहा है. देश में वर्तमान में झूठ और नफरत का जो माहौल पनप रहा है, उसके बारे में भी लोगों को बताया जाए कि सरकार किस तरह से काम कर रही है. ऐसे में गांधीजी की कर्मभूमि से लेकर राजघाट तक इस यात्रा को ले जाया जा रहा है. इस यात्रा के जरिए हम सीधा संदेश देना चाहते हैं कि अगर दंगा करने वाले हिंसा फैलाएंगे तो सेवादल के सदस्य शांति के लिए आवाज बुलंद करेंगे.
इस यात्रा का क्या कोई सियासी संदेश है...
देसाई ने कहा कि इस यात्रा में कार्यकर्ता और नेता आपस में मिल रहे हैं और वर्किंग कमेटी के सदस्य मुख्यमंत्री गहलोत की ओर से भी रतनपुर बॉर्डर में जिस तरह यात्रा का स्वागत किया गया वह कार्यकर्ताओं को एकजुट करने का संदेश दे रहा है. इस तरह की यात्राओं को लेकर जनता के बीच अवश्य जाना चाहिए. कांग्रेस पार्टी और हमारे कार्यकर्ताओं को सरकार से क्या अपेक्षा है, इसके लिए सुझाव भी लिए गए. इस यात्रा के जरिए कांग्रेस सरकार का संदेश जनता तक पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है.
देश में हाल ही में रामनवमी और अन्य पर्व पर हुईं हिंसक घटनाओं पर भी दी राय
जब हम बच्चों को हाथ में कलम देने की जगह तलवार और पत्थर दिया जाएगा तो इस तरह की घटाएं देखने को मिलेगी. उन्होंने कहा कि जिन शाखाओं में इस तरह की शिक्षा मिलती है.दूसरे लोगों की बारे में जहर फैलाया जाता है. हमारा देश सद्भावना का देश है. यहां समुदाय आपस में प्रेम करते हैं. ऐसे में एक दूसरे के खिलाफ खड़े करने वाली राजनीति सत्ता का खेल है. इस सत्ता के खेल और राजनीति को समझना होगा.
अब देश में बुलडोजर की एक नई राजनीति शुरू हुई है
हमारे सद्भावना और सौहार्द वाले देश में अब बुलडोजर की एक नई राजनीति शुरू हुई है जो बड़े ही दुख की बात है. यह बुलडोजर की राजनीति एक गंदी सोच है. गरीबों के घरों को गिराने वालों से मैं कहना चाहूंगा कि जो लोग देश के लाखों-करोड़ों रुपए लेकर विदेश भाग गए हैं पहले उनके घर गिराने चाहिए. जिन परिवारों के पास सोने के लिए बिस्तर और खाना बनाने की जगह तक नहीं है उनके घर घर गिराकर क्या मिलेगा. आम आदमी को संविधान से मिले अधिकारों का भी सरकार हनन कर रही है. गरीब और निर्धन व्यक्तियों की बस्तियों पर बुलडोजर चलाकर जो लोग हिटलर या नायक बनना चाहते हैं ऐसी राजनीति करने वालों की मैं कड़ी निंदा करता हूं.
अमित शाह पर साधा निशाना...
देसाई ने कहा कि इस तरह की घटनाओं में बड़े नेता कभी अपने बच्चों को आगे नहीं करते उन्होंने कहा कि गृहमंत्री ने अपने बच्चे को तो आगे नहीं भेजा. उन्होंने कभी भी बजरंग दल और अन्य मीटिंग में उन्हें शामिल नहीं किया.
राजस्थान में फिर सरकार बनाने के लिए क्या करेगी सेवादल
देसाई ने कहा कि जिस तरह से पांच राज्यों के चुनाव में रिजल्ट आए हैं, वह बहुत दुखद है. कांग्रेस पार्टी चिंतन शिविर करने जा रही है. ऐसे में नफरत की राजनीति करने वाले लोग वोटों का ध्रुवीकरण करते हैं. इसकी वजह से ही इन राज्यों में कांग्रेस की हार हुई है, लेकिन राजस्थान और छत्तीसगढ़ में जिस तरह से कांग्रेस के मुख्यमंत्री काम कर रहे हैं. इन दोनों सरकारों को हम फिर रिपीट करेंगे. इसके साथ ही गुजरात और हिमाचल में भी विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की सरकार बनाकर भाजपा के किले को ध्वस्त करेंगे और यह काम गुजरात से शुरू होगा.