उदयपुर. प्रदेश कांग्रेस में उठापटक के लंबे सिलसिले के बाद आखिरकार कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की नई टीम का गठन हो गया. गोविंद सिंह डोटासरा की नई टीम में मेवाड़ संभाग के नेताओं को भी जिम्मेदारी सौंपी गई है, जिसमें वागड़ अंचल के महेंद्रजीत सिंह मालवीय को प्रदेश की नई कार्यकारिणी में स्थान देते हुए उपाध्यक्ष बनाया गया है, तो वही गोगुंदा के पूर्व विधायक मांगीलाल गरासिया को प्रदेश महासचिव बनाया गया है.
बता दें, इन तीनों ही नेताओं को मिली जिम्मेदारी से मेवाड़ में कांग्रेस ने फिर से एक बार जातिगत दृष्टिकोण देखते हुए दांव लगाया है. मेवाड़ से दो आदिवासी नेताओं को प्रदेश की टीम में जगह मिली है.
मेवाड़ संभाग प्रदेश की राजनीति में अपना एक अलग महत्व रखता है. इसे गहलोत और कांग्रेस पार्टी भी भलीभांति समझती हैं. यही वजह है कि बागीदौरा से विधायक महेंद्रजीत सिंह मालवीय को ये जिम्मेदारी सौंपी गई है. मालवीय, गहलोत सरकार में जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री भी रह चुके हैं.
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मालवीय, बागीदौरा से लगातार तीसरी बार विधायक हैं. वहीं, दो बार जिला परिषद की कमान संभाल चुके हैं. एक बार डूंगरपुर बांसवाड़ा संसदीय क्षेत्र से देश की सबसे बड़ी पंचायत संसद तक पहुंच चुके हैं. इसके अलावा गत पंचायत चुनाव में एक बार फिर उनकी लोकप्रियता सामने आई, जब पार्टी जिला परिषद में भारी बहुमत से बोर्ड बनाने में कामयाब रही. उनकी पत्नी रेशमा तीसरी बार जिला प्रमुख चुनी गई.
हालांकि, पिछले कुछ वर्षों से उन्हें सचिन पायलट खेमे से माना जा रहा था, लेकिन राज्य सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के बाद से पाला पलट लिया, जिसका नतीजा उन्हें फिर से प्रदेश उपाध्यक्ष पद मिला.
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इधर, 39 लोगों की कार्यकारिणी में गोगुंदा के पूर्व विधायक मांगीलाल गरासिया को प्रदेश महासचिव बनाया गया. इससे पहले गरासिया गहलोत सरकार के पिछले कार्यकाल में खेल एवं युवा राज्य मंत्री रह चुके हैं. साथ ही भीलवाड़ा से पूर्व मंत्री और वर्तमान में भीलवाड़ा डेयरी चेयरमैन मांडल से कांग्रेस विधायक रामलाल जाट को प्रदेश की नई कार्यकारिणी में जिम्मेदारी देते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष बनाया गया है.