उदयपुर. शहर के जगदीश चौक में शनिवार को जन्माष्टमी पर होने वाला दधिकोत्सव इस बार खास होगा. मेवाड़ में पहली बार बना गोपिका दल इस प्रतियोगिता को रोमांचक बनाएगा. इस टोली में शहर से सटे धार-पीपलिया गांव के 30 आदिवासी छात्राएं शामिल हैं, जिनमें से कई छात्राएं हैंडबॉल, हॉकी और जूडो की राज्य स्तरीय खिलाड़ी भी हैं.
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गोपिका टोली शहर के उन आधा दर्जन ग्वाल दलों को चुनौती देगी, जो 33 साल से हो रही इस स्पर्धा में हर साल न सिर्फ हिस्सा लेते आ रहे हैं, बल्कि कई बार जीत भी चुके हैं. आपको बता दें कि गड़िया देवरा टीम 33 साल में 12 से ज्यादा बार की चैंपियन है, जबकि ओम साईं राम दल चार, द प्राइड दो और सबका मालिक एक दल एक बार यह प्रतियोगिता अपने नाम करवा चुका है. लेकिन इस बार इन सभी दलों को चुनौती देने के लिए पिपलिया गांव की नन्हीं बालिकाओं ने तैयारी पूरी कर ली है.
गोपिका दल में शामिल 30 सदस्य धार और पीपलिया स्कूल में कक्षा 9 से 12वीं तक की छात्राएं हैं इनकी उम्र 14 से 18 साल है. गोपिका टोली को पीटीआई नीरज बत्रा, किशन सोनी के अलावा दधिकोत्सव से जुड़े चमन सिंह मटकी फोड़ प्रतियोगिता के लिए ट्रेनिंग दे रहे हैं.
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इसमें छात्राओं को पिरामिड बनाने, संतुलन सहित अन्य बारीकियां सिखाई जा रही हैं. प्रशिक्षकों का मानना है कि खेलों में प्रदेश स्तर अपनी प्रतिभा दिखा चुकी ये छात्राएं ग्वाल दलों को चुनौती देने को तैयार हैं अगर यह गोपिका इस बार खिताब अपने नाम नहीं भी कर पाई तो भी कोई बात नहीं अगली बार जरूर यह किताब इन लोगों के नाम होगा.