जयपुर. राजस्थान की कांग्रेस सरकार पिछले 3 सप्ताह से ज्यादा समय से होटलों में बंद है. जनता परेशान हो रही है, कोरोना वायरस दिनों-दिन विकराल रूप धारण करता जा रहा है. लेकिन कांग्रेस के नेता अपनी सत्ता बचाने में जुटे हुए हैं. यह कहना है राजस्थान विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया का.
उदयपुर में सोमवार को मीडिया से मुखातिब होते हुए कटारिया ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट की सियासी लड़ाई का खामियाजा प्रदेश की जनता को उठाना पड़ रहा है. कटारिया ने कहा कि कभी राज्यपाल तो कभी विधानसभा स्पीकर और कभी कोर्ट में जाकर मुख्यमंत्री गहलोत और पायलट आपस में लड़ रहे हैं. जिसका ठीकरा बीजेपी के माथे मढ़ रहे हैं, जबकि बीजेपी का इसमें कोई रोल नहीं है.
कटारिया ने कहा कि अगर हम लोगों का इसमें कोई रोल होता तो हम भी हमारे विधायकों की बाड़ेबंदी करते. लेकिन हमने ऐसा नहीं किया और सिर्फ कांग्रेसी नेता ही बाड़ेबंदी में हैं. जिससे साफ होता है कि यह कांग्रेस की अंदरूनी लड़ाई है और इसका नुकसान प्रदेश की जनता को उठाना पड़ रहा है.
इस दौरान राजस्थान विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष कटारिया ने विधानसभा सत्र को लेकर भी अपनी बात रखी और कहा कि अगर मुख्यमंत्री गहलोत पहले ही राज्यपाल को बहुमत परीक्षण करना है, यह कहकर विधानसभा सत्र बुलाने की बात करते तो इतना वक्त जाया नहीं होता.