उदयपुर. प्रदेश की 3 विधानसभा सीटों पर मतदान संपन्न होने के बाद भी इन चुनावों के दौरान उठे मुद्दों पर अभी भी सियासत जारी है. राजसमंद विधानसभा सीट पर प्रचार करने के लिए पहुंचे गुलाबचंद कटारिया की ओर से दिए गए बयान के बाद जमकर विरोध प्रदर्शन हुआ. वहीं, कुछ लोगों ने कटारिया को जान से मारने की धमकी भी दी.
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बता दें, नेता प्रतिपक्ष को जान से मारने की धमकियां मिल रही थी, जिसको लेकर उन्होंने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ सुखेर थाना में मामला दर्ज करवाया है. कटारिया ने आईजी एसपी को परिवाद दिया था. इस पर 21 अप्रैल को परिवाद थाने में भेजा, जहां जांच के बाद प्रकरण दर्ज किया गया.
रिपोर्ट में गुलाबचंद कटारिया ने बताया कि कुछ दिनों से उन्हें फोन मैसेज और सोशल मीडिया के माध्यम से जान से मारने की धमकियां दी जा रही है. उन्होंने रिपोर्ट के साथ सोशल मीडिया का रिकॉर्ड भी उपलब्ध कराया है. वहीं, पुलिस ने मानहानि, धमकाने और आईटी एक्ट की धाराएं लगाते हुए केस दर्ज किया है. फिलहाल, इस पूरे मामले को लेकर पुलिस लगातार जांच में जुटी है.
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क्या है पूरा मामला...
गौरतलब है कि राजसमंद उपचुनाव के दौरान कुंवारिया में हुई एक जनसभा के दौरान कटारिया ने अपने संबोधन में वीर महाराणा प्रताप के यशोगान के दौरान कुछ ऐसे शब्दों का इस्तेमाल कर दिया जो अमर्यादित थे. हालांकि, उसके बाद कटारिया ने 3 बार क्षमा याचना की है. उन्होंने साफ कर दिया कि उनका मकसद केवल वीर महाराणा प्रताप की वीरता और त्याग और बलिदान को बताना था लेकिन भावेश में कुछ छोटे शब्दों का इस्तेमाल कर दिया, जिसके लिए मैं क्षमा प्रार्थी हूं. हालांकि, क्षमा याचना के बाद भी करणी सेना से जुड़े कुछ युवकों ने कटारिया के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था. वहीं ट्विटर पर भी #बायकॉट कटारिया के नाम से अभियान चलाया गया था.