उदयपुर. वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की 480वीं जयंती सोमवार को देशभर में मनाई गई. लेकिन महाराणा प्रताप की कर्मभूमि उदयपुर में महाराणा प्रताप की जयंती पर एक अजीब वाकया सामने आया. बता दें कि उदयपुर जिला प्रशासन की ओर से सोमवार को महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर पुष्पांजलि करने की रोक लगा दी गई, जिसके खिलाफ उदयपुर से विधायक और राजस्थान विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने सवाल खड़े किए हैं.
गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि यह महाराणा प्रताप का अपमान है कि उनकी जयंती के मौके पर आम लोगों को उनके चित्र पर पुष्पांजलि करने से रोका गया. उन्होंने कहा कि जबकि इससे कुछ दिन पूर्व जब राजीव गांधी की जयंती थी, तब जिला प्रशासन की ओर से पुष्पांजलि पर रोक नहीं लगाई गई. ऐसे में जिला प्रशासन और प्रदेश सरकार की संकीर्ण सोच दिखाई देती है.
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गुलाबचंद कटारिया के साथ ही राजस्थान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने भी इस पूरे मामले को लेकर सवाल खड़े किए हैं. सतीश पूनिया ने ट्वीट कर इस मुद्दे को उठाया है और प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप भी लगाए हैं.
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न महापुरुषों की तुलना है;न कुछ कहना है,बस सोच का पता चलता है,21 मई को पूर्व प्रधानमंत्री स्व श्री राजीव गांधी जी पुण्यतिथि पर उदयपुर में ही पुष्पांजलि की गई थी, @ashokgehlot51 जी महाराणा प्रताप जी की उनके ही मेवाड में उपेक्षा क्यूँ?जवाब दे सरकार?@BJP4Rajasthan @BJP4India
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— Satish Poonia (@DrSatishPoonia) May 25, 2020
बता दें कि इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा है जब वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की जयंती थी और उदयपुर में किसी भी प्रकार का कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया गया. यहां तक कि महाराणा प्रताप के स्मारक मोती मगरी पर भी कोई कार्यक्रम नहीं हुआ.