उदयपुर. नगर निगम चुनाव में भाजपा का बोर्ड बनने पर महापौर पद के सबसे प्रबल दावेदारों में से एक हैं गोविंद सिंह टाक. बता दें कि गोविंद सिंह शहर के वार्ड नंबर 61 से भाजपा के प्रत्याशी हैं. गोविंद सिंह के पास लंबा प्रशासनिक अनुभव है.
आपको बता दें कि टाक चीफ इंजीनियर पद से रिटायर्ड हैं. जबकि पूर्व में आरपीएससी के चेयरमैन भी रह चुके हैं. ऐसे में गोविंद सिंह का पार्षद चुनाव लड़ना सीधे तौर पर महापौर पद के लिए सबसे प्रबल दावेदारी में आ गया है. ईटीवी भारत से बातचीत में गोविंद सिंह ने बताया कि शहर का विकास उनकी प्राथमिकता है, जिसमें शहर के इंफ्रास्ट्रक्चर को डेवलप करना, शहर की बदहाल सड़कों का नवीनीकरण. साथ ही शहर में पर्यटक स्थलों को विकसित करना, ताकि उदयपुर में आने वाले पर्यटकों को और अधिक सुविधाएं मुहैया करवाई जा सके.
गोविंद सिंह ने कहा कि उदयपुर में सबसे बड़ी समस्या वर्तमान में ट्रैफिक की है. शहर के प्रमुख बाजारों में व्यापारियों ने फुटपाथ पर जो अतिक्रमण कर रखे हैं उन्हें भी हटवाया जाएगा, ताकि ट्रैफिक सुचारू रूप से चल सके. अगर कोई भी इस पूरे मामले में सहयोग नहीं करेगा तो पहले तो उनसे विनती की जाएगी और बात नहीं मानने पर उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
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आपको बता दें कि उदयपुर में महापौर पद के लिए गोविंद सिंह टाक का नाम पहले नंबर पर इसलिए भी है, क्योंकि गोविंद सिंह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में लंबे समय से अपनी सेवाएं दे रहे हैं और कई दायित्वों पर भी रह चुके हैं. उदयपुर में बने प्रताप गौरव केंद्र में भी गोविंद सिंह मार्गदर्शक की भूमिका में थे. ऐसे में यही माना जा रहा है कि उदयपुर के अगले महापौर गोविंद सिंह टाक ही होंगे.