उदयपुर. जिले के फलासिया थाना क्षेत्र में 15 दिन के नवजात की खरीद-फरोख्त के मामले में पुलिस ने 2 महिलाओं सहित 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों में नवजात के पिता भी शामिल है. अस्पताल ले जाने के बहाने पिता ने नवजात को गुजरात की दंपती को 50 हजार रुपये में बेच दिया था.
क्या है पूरा मामला
एसपी राजीव पचार ने बताया कि पलासिया थाने में एक महिला ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि आरोपी कुलदीप सिंह शादी का झांसा देकर पिछले 1 साल से उसके साथ दुष्कर्म कर रहा था. इस दौरान वह गर्भवती हो गई और एक बच्चे को जन्म दिया. आरोपी पीड़िता और उसके बच्चे को रखना नहीं चाहता था. इसलिए उसने बद्रीलाल और उसकी पत्नी के साथ मिलकर नवजात कहीं बेच दिया है.
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पीड़िता ने बताया कि जब उसने आरोपी से फोन पर पूछा की उसका बच्चा कहां है तो उसने बताया कि वह नवजात को गुजरात के एक हॉस्पिटल में इलाज के लिए लेकर आया है. जब महिला बच्चे से मिलने की जिद करने लगी तो आरोपी ने बताया कि बच्चे की इलाज के दौरान मौत हो गई है और उसका गुजरात में अंतिम संस्कार कर दिया है. इसके बाद आरोपी ने फोन बंद कर लिया तो महिला ने शक होने पर पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई.
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए स्पेशल टीम गठित कर कार्रवाई शुरू की. पुलिस को गुजरात में हाल ही में एक नवजात की खरीद-फरोख्त की सूचना मिली. जिसके बाद दबिश देकर गुजरात निवासी जतिन भाई से नवजात को दस्तयाब कर थाने लाया गया और उसकी मां को सुपुर्द किया गया. जतिन भाई ने पूछताछ में बताया कि उसने दलालों के माध्यम से 50 हजार रुपये में नवजात को खरीदा है.
पुलिस ने गुजरात के फरोसडा, विजयनगर, फलासिया में दबिश देकर 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया. आरोपियों ने नवजात की खरीद-फरोख्त में शामिल होने की बात कुबूल की. मुख्य अभियुक्त कुलदीप सिंह जो कि बच्चे को बेचने के बाद दिल्ली भाग गया था, पैसे खत्म होने पर 2 दिन पहले वापस राजस्थान लौटकर अपने मामा के गांव पाटिया में छिपा हुआ था. जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.