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उदयपुर: जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने 12 बाल श्रमिकों को मुक्त कराकर शेल्टर होम भेजा

उदयपुर में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने 12 बाल श्रमिकों को मुक्त कराकर शेल्टर होम में भेजा है. 9 जगहों पर इन बाल श्रमिकों को मुक्त करने की कार्रवाई एक ही दिन में की गई है.

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उदयपुर में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने की कार्रवाई
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Published : Jan 10, 2021, 11:43 PM IST

उदयपुर. जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने शनिवार को बलीचा चौराहे पर चाइल्ड लेबर रेस्क्यू की कार्रवाई की. इस बड़ी कार्रवाई के दौरान 12 बच्चों को मुक्त कराया गया. जानकारी के अनुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण उदयपुर के द्वारा बलीचा चौराहे पर स्थित होटलों, वेल्डिंग के कारखानों, मीट की दुकानों और चाय-नाश्ते की दुकानों से इन बाल श्रमिकों को मुक्त कराया गया है.

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जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश और सचिव रिद्धिमा शर्मा को इस संबंध में शिकायत मिली थी. उन्हें पता चला था कि बलीचा चौराहे के आस-पास के होटलों, वेल्डिंग के कारखानों, चाय-नाश्ते की होटलों और मीट की दुकानों पर बाल श्रम करवाया जा रहा है. इस पर रिद्धिमा शर्मा ने एक साथ क्षेत्र में 9 जगह पर कार्रवाई करने के लिए विशेष कार्य योजना तैयार की और टीम के सदस्यों को सम्मिलित करते हुए इस कार्रवाई की.

पढ़ें: जयपुर: फर्जी आईडी दिखाकर बैंक से 12 लाख का कार लोन लेने वाले दो आरोपी गिरफ्तार

कुल 12 बाल श्रमिकों को मुक्त करने की कार्रवाई एक ही दिन में की गई. वहीं. सभी बच्चों को शेल्टर होम में प्रवेशित करवाया गया है. उन्होंने ने बताया कि आगे भी इस प्रकार की कार्रवाई लगातार जारी रहेगी.

उदयपुर. जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने शनिवार को बलीचा चौराहे पर चाइल्ड लेबर रेस्क्यू की कार्रवाई की. इस बड़ी कार्रवाई के दौरान 12 बच्चों को मुक्त कराया गया. जानकारी के अनुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण उदयपुर के द्वारा बलीचा चौराहे पर स्थित होटलों, वेल्डिंग के कारखानों, मीट की दुकानों और चाय-नाश्ते की दुकानों से इन बाल श्रमिकों को मुक्त कराया गया है.

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जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश और सचिव रिद्धिमा शर्मा को इस संबंध में शिकायत मिली थी. उन्हें पता चला था कि बलीचा चौराहे के आस-पास के होटलों, वेल्डिंग के कारखानों, चाय-नाश्ते की होटलों और मीट की दुकानों पर बाल श्रम करवाया जा रहा है. इस पर रिद्धिमा शर्मा ने एक साथ क्षेत्र में 9 जगह पर कार्रवाई करने के लिए विशेष कार्य योजना तैयार की और टीम के सदस्यों को सम्मिलित करते हुए इस कार्रवाई की.

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कुल 12 बाल श्रमिकों को मुक्त करने की कार्रवाई एक ही दिन में की गई. वहीं. सभी बच्चों को शेल्टर होम में प्रवेशित करवाया गया है. उन्होंने ने बताया कि आगे भी इस प्रकार की कार्रवाई लगातार जारी रहेगी.

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