उदयपुर. मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय में आंतरिक गुणवत्ता समिति(आइक्यूएसी) की बैठक मंगलवार को कुलपति अमेरिका सिंह की अध्यक्षता में आयोजित की गई. बैठक में आइक्यूएसी के इंटरनल एवं एक्सटर्नल सदस्य मौजूद थे. विश्वविद्यालय जल्द ही नेक एसएसआर अपलोड करने जा रहा है. अतः बैठक का मुख्य उद्देश्य नेक से जुड़े मुद्दों का अवलोकन करना और तैयारी करना रहा.
बैठक में आइक्यूएसी के समन्वयक प्रोफेसर करुणेश सक्सेना की अगुवाई में डॉक्टर जूही प्रधान ने समस्त सदस्यों को एसएसआर की कार्य प्रगति के बारे में बताया. उन्होंने बताया कि एसएसआर से जुड़े तीन चरण है जिसमें पहला ए क्यू ए आर 19-20 भरा जा चुका है. दूसरे चरण में विश्वविद्यालय आई आई क्यू ए आगामी 24 तारीख को भरने जा रहा है जिसकी तैयारी पूर्ण हो चुकी है. इसके बाद विश्वविद्यालय वेबसाइट पर नेक एसएसआर अपलोड करेगा. उन्होंने यह भी बताया की पिछले साल विश्वविद्यालय ने कई उपलब्धियां पाई जिनमें कई रूसा प्रोजेक्ट्स मौजूद हैं.
कुलपति ने सभी सदस्यों का मनोबल बढ़ाया एवं उन्हें निरंतर मेहनत से कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया. उन्होंने आशा भी जताई कि विश्वविद्यालय जल्द ही राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर नाम रोशन करेगा. कुलपति ने यह आश्वासन दिया कि शीघ्र ही विश्वविद्यालय में स्किल ओरिएंटेड कोर्सेज शुरू होंगे एवं इंडस्ट्री का एक्स्पोज़र स्टूडेंट्स को दिया जाएगा. प्रोफेसर सक्सेना ने बताया कि उन्होंने नेक में A ग्रेड प्राप्त कर चुकी यूनिवर्सिटीज जैसे एमडीयू रोहतक और इंदौर यूनिवर्सिटी से संपर्क बनाया हुआ है. वह बेंगलुरु में उपस्थित नेक ऑफिस का दौरा भी कर चुके हैं.
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प्रोफेसर सक्सेना ने यह भी बताया कि पिछली बार विश्वविद्यालय को 2014 में A ग्रेड प्राप्त हुआ था और इस बार A+ ग्रेड की ओर अग्रसर हैं. इसके साथ ही प्रोफेसर पीके सिंह ने यह भी बताया कि नेक की आवश्यकता अनुसार स्कूल सिस्टम विश्वविद्यालय में लागू किया जाए जिसकी बॉम में पहले ही स्वीकृति दी जा चुकी है. इस पर कुलपति ने कहा कि वह शीघ्र ही सरकार से इस बारे में बात करेंगे.
बैठक में इंडस्ट्री एक्सपर्ट एस महाजन भी जुड़े. जिन्होंने यह आश्वासन दिया की वह विश्वविद्यालय के छात्र छात्राओं को इंडस्ट्री में रोजगार प्राप्त करने हेतु मार्गदर्शन करेंगे. बैठक में कुलपति ने कहा की एनर्जी ऑडिट और एनवायरमेंट ऑडिट समय की जरूरत बन चुके हैं और सुखाड़िया विश्वविद्यालय इनको अवश्य ही लागू करेगा. इसके साथ ही कुलपति ने यह भी कहा कि विश्वविद्यालय के छात्र इतने सक्षम हो की वह प्रौद्योगिक क्षेत्र में ऊंचाइयों को प्राप्त करें.