उदयपुर. राजस्थान विधानसभा के उपनेता प्रतिपक्ष व भीलवाड़ा जिले की सहाड़ा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के चुनाव प्रभारी राजेंद्र राठौड़ आज एक दिवसीय दौरे पर भीलवाड़ा जिले के सहाड़ा कस्बे में पहुंचे. जहां सहाड़ा जाने से पहले भीलवाड़ा बाईपास पर नगर परिषद सभापति राकेश पाठक के नेतृत्व में राठौड़ का स्वागत किया गया.
इस दौरान राठौड़ ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए सहाड़ा विधानसभा चुनाव मैदान में जनता के बीच जा रहे के सवाल पर कहा कि भारतीय जनता पार्टी उन सारे मुद्दे जो इस राज्य के मुद्दे रहे, चाहे कानून व्यवस्था, ठहरा हुआ विकास की बात के साथ ही जो अंतर्द्वंद में डूबी हुई कांग्रेस सरकार ने राजस्थान के जनकल्याण की चिंता करने के अलावा अपनी कुर्सी बचाने की चिंता की है. आज प्रदेश में बिजली की दरें बढ़ी हुई हैं. हर क्षेत्र में माफिया पनपाने का काम इस सरकार ने किया है. इन सारे बुनियादी मुद्दों के साथ ही हम बेरोजगारी, पीने के पानी से त्रस्त इलाके का मुद्दा, उपचुनाव के अंदर लेकर जनता के बीच जा रहे हैं और जनता से बहुमत लेने की कोशिश करेंगे.
वहीं, मुख्यमंत्री द्वारा आज भीलवाड़ा जिले की सहाड़ा विधानसभा क्षेत्र में वर्चुअल लोकार्पण व शिलान्यास के सवाल पर उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री अपने कार्यकाल की एक भी अपनी ऐसी योजना बता दें जो शासन में आने के बाद उस योजना की प्रशासनिक व वित्तीय स्वीकृति जारी करके पूरा किया हो, तो मैं उनकी सारी बात मान जाऊंगा. राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा पूर्ववर्ती सरकार की योजना को उद्घाटित करके उसपर अपना पत्थर लगाने से वाहवाही नहीं होती है, जनता सब जानती है.
वहीं, प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को सीएम प्रोजेक्ट करने के सवाल पर राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी में हर कार्यकर्ता अपने आप में अहमियत रखता है. पार्टी का राष्ट्रीय नेतृत्व ही तय करता है, अभी कोई बात ही तय नहीं है. चुनाव तो अभी कोसों दूर है. अब देखना यह होगा कि भारतीय जनता पार्टी सहाड़ा विधानसभा क्षेत्र में किसे उम्मीदवार बनाकर विजय श्री हासिल करती है.
भाजपा पदाधिकारियों की ली बैठक...
भीलवाड़ा जिले की सहाड़ा विधानसभा उपचुनाव को लेकर भाजपा की ओर से नियुक्त प्रभारी उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ व विधायक मदन दिलावर आज गंगापुर कस्बे में भाजपा पदाधिकारियों की बैठक ली. बैठक के दौरान सभी को एकजुटता के साथ चुनाव मैदान में जुड़ने के निर्देश दिए, साथ ही चुनाव लड़ने वाले इच्छुक 11 दावेदारों को एकता की शपथ दिलाई. जिनको कहा कि इनमें से किसी एक दावेदार को प्रत्याशी बनाने पर सभी जी-जान से उनके साथ जुटें.