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Cyber Crime In Udaipur: साइबर ठगों ने लूटे थे 9 लाख 50 हजार रुपए, कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने करवाए रिफंड

कुछ दिनों पूर्व उदयपुर में एक बैंक कर्मी पवन कुमार बोहरा के साथ ऑनलाइन ठगी (Cyber Crime In Udaipur) का मामला सामने आया था. जिसमें बदमाशों ने उससे 9 लाख 50 हजार रुपये की ठगी की थी. मामले में पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद पीड़ित के रुपये वापस उसके खाते में रिफंड (Cyber Fraud Money Refunded By Police) करवाए हैं.

Cyber Crime In Udaipur
सविना पुलिस थाना
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Published : Jan 14, 2022, 4:59 PM IST

Updated : Jan 14, 2022, 5:30 PM IST

उदयपुर. जिले में लगातार साइबर ठगी (Cyber Crime In Udaipur) के मामले देखने को मिल रहे हैं. पिछले दिनों एक बैंक कर्मी पवन कुमार बोहरा से 9.50 लाख की ऑनलाइन ठगी का मामला (Online Fraud Case In Rajasthan) सामने आया था. सविना पुलिस थाना पुलिस ने मामले पर कार्रवाई करते हुए ठगों के खाते से की सम्पूर्ण राशि को किया रिकवर करवा कर पीड़ित बोहरा के खाते में 9.50 लाख रुपए फिर से जमा करवाए हैं.

यूं घटित हुआ पूरा मामला

परिवादी पवन कुमार बंसल ने अपने मोबाइल में एसबीआई योनो बैंक का ऐप नहीं चल रहा था. ऐसे में परिवादी ने गूगल पर एसबीआई हेल्पलाइन का नंबर (Cyber Crime Via SBI Helpline Number) सर्च करके कॉल किया. जिस पर वह नंबर किसी ठग को लग गया. फोन उठाया तो ठग अपने आप को बैंक कर्मचारी बता कर परिवादी से उसके फोन में Anydesk नामक एक ऐप डाउनलोड करवा दी. जिसके जरिए परिवादी के मोबाइल से सारा डाटा हैकर के पास चला गया. इसके बाद उसके खाते से 9 लाख 50 हजार रुपये अन्य खाते में ट्रांसफर कर दिए.

यह भी पढ़ें - जागते रहो: कोरोना की तीसरी लहर का साइबर ठग उठा रहे फायदा, ठगों से बचने के लिए करें ये काम

पुलिस ने वापस दिलवाए ठगी के पैसे

ठगी होने के बाद परिवादी ने इस पूरे घटना को लेकर थाने में जानकारी दी. पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू की, जिस में सामने आया कि ठग ने पैसे से तीन अलग-अलग प्राइवेट बैंकों में एफडी करने के बाद शेष राशि के शेयर खरीद लिए. ऐसे में सभी ट्रांजेक्शन भारत पे नामक ऐप के माध्यम से किए थे. थाना पुलिस ने करीब 25 कंपनियों की साइट को खंगाल कर भारत पे से संपर्क किया और राशि को होल्ड करवाया. इसके बाद परिवादी की पूरी राशि फिर से उसके खाते में वापस (Cyber Fraud Money Refunded By Udaipur Police) आ गई.

यह भी पढ़ें - 'O' की जगह जीरो लगते ही शुरू हो जाएगा ऑनलाइन ठगी का गेम, फिर खेल खत्म

ठगी के तरीके...

1. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आजकल गूगल या दूसरी जगह किसी ऑनलाइन पेमेंट कंपनी या किसी सामान की खरीदारी या अन्य कोई जानकारी के लिए सर्च करते हैं. तो फर्जी नंबर और फर्जी वेबसाइट खुल जाती है. प्रार्थी के उसमें डिटेल भरने पर ठगी हो जाती है.

2. ऑनलाइन पेमेंट के दौरान Trader लोगों को रिक्वेस्ट भेजता है. व्यक्ति अगर रिक्वेस्ट को स्वीकार कर लेता है तो अकाउंट से पैसे कट जाते हैं. इसलिए कभी ऑनलाइन पेमेंट के दौरान रिक्वेस्ट स्वीकार नहीं करें.

3. ठगों की ओर से बैंक कर्मचारी बन कर बात करने के बाद व्यक्तिगत जानकारी प्राप्त करके ठगी करने के मामले भी सामने आते हैं.

उदयपुर. जिले में लगातार साइबर ठगी (Cyber Crime In Udaipur) के मामले देखने को मिल रहे हैं. पिछले दिनों एक बैंक कर्मी पवन कुमार बोहरा से 9.50 लाख की ऑनलाइन ठगी का मामला (Online Fraud Case In Rajasthan) सामने आया था. सविना पुलिस थाना पुलिस ने मामले पर कार्रवाई करते हुए ठगों के खाते से की सम्पूर्ण राशि को किया रिकवर करवा कर पीड़ित बोहरा के खाते में 9.50 लाख रुपए फिर से जमा करवाए हैं.

यूं घटित हुआ पूरा मामला

परिवादी पवन कुमार बंसल ने अपने मोबाइल में एसबीआई योनो बैंक का ऐप नहीं चल रहा था. ऐसे में परिवादी ने गूगल पर एसबीआई हेल्पलाइन का नंबर (Cyber Crime Via SBI Helpline Number) सर्च करके कॉल किया. जिस पर वह नंबर किसी ठग को लग गया. फोन उठाया तो ठग अपने आप को बैंक कर्मचारी बता कर परिवादी से उसके फोन में Anydesk नामक एक ऐप डाउनलोड करवा दी. जिसके जरिए परिवादी के मोबाइल से सारा डाटा हैकर के पास चला गया. इसके बाद उसके खाते से 9 लाख 50 हजार रुपये अन्य खाते में ट्रांसफर कर दिए.

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पुलिस ने वापस दिलवाए ठगी के पैसे

ठगी होने के बाद परिवादी ने इस पूरे घटना को लेकर थाने में जानकारी दी. पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू की, जिस में सामने आया कि ठग ने पैसे से तीन अलग-अलग प्राइवेट बैंकों में एफडी करने के बाद शेष राशि के शेयर खरीद लिए. ऐसे में सभी ट्रांजेक्शन भारत पे नामक ऐप के माध्यम से किए थे. थाना पुलिस ने करीब 25 कंपनियों की साइट को खंगाल कर भारत पे से संपर्क किया और राशि को होल्ड करवाया. इसके बाद परिवादी की पूरी राशि फिर से उसके खाते में वापस (Cyber Fraud Money Refunded By Udaipur Police) आ गई.

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ठगी के तरीके...

1. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आजकल गूगल या दूसरी जगह किसी ऑनलाइन पेमेंट कंपनी या किसी सामान की खरीदारी या अन्य कोई जानकारी के लिए सर्च करते हैं. तो फर्जी नंबर और फर्जी वेबसाइट खुल जाती है. प्रार्थी के उसमें डिटेल भरने पर ठगी हो जाती है.

2. ऑनलाइन पेमेंट के दौरान Trader लोगों को रिक्वेस्ट भेजता है. व्यक्ति अगर रिक्वेस्ट को स्वीकार कर लेता है तो अकाउंट से पैसे कट जाते हैं. इसलिए कभी ऑनलाइन पेमेंट के दौरान रिक्वेस्ट स्वीकार नहीं करें.

3. ठगों की ओर से बैंक कर्मचारी बन कर बात करने के बाद व्यक्तिगत जानकारी प्राप्त करके ठगी करने के मामले भी सामने आते हैं.

Last Updated : Jan 14, 2022, 5:30 PM IST
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