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आचार संहिता के बीच कर्मचारियों के तबादले से भड़की भाजपा, कटारिया ने लिखा मुख्य सचिव को पत्र...अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग

प्रदेश में लगातार सियासत के दौर के बीच पंचायत चुनाव में आचार संहिता के बीच कर्मचारियों के तबादले के विरोध के स्वर उठने लगे हैं. भाजपा ने गहलोत सरकार पर आरोप लगाते हुए आचार संहिता के दौरान 6 जिलों में हुए कर्मचारियों के तबादले पर नाराजगी जताई है.

Letter to the Chief Secretary
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया
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Published : Aug 26, 2021, 8:46 PM IST

उदयपुर. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर स्थानांतरण करने का विरोध जताया. कटारिया ने मुख्य सचिव को पत्र में लिखा कि 6 जिले जयपुर, भरतपुर, सवाई माधोपुर, सिरोही, दौसा एवं जोधपुर के जिला परिषद एवं पंचायत समिति निर्वाचन क्षेत्रों में आचार संहिता लागू की गई है.

ऐसे में चुनाव आयोग ने राज्य सरकार को आदेश आचार संहिता की पालना हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश जारी की है. लेकिन इसके बावजूद भी उक्त 6 जिलों में समस्त विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के स्थानांतरण एवं पदस्थापना पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है. चुनाव आयोग द्वारा दिए गए निर्देशों के उपरांत भी विभिन्न विभागों ने चुनाव आदर्श आचार संहिता का खुलेआम उल्लंघन करते हुए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के पश्चात बड़ी संख्या में जिलों में स्थानांतरण पदस्थापन के आदेश जारी कर चुनाव आयोग के अवहेलना की है.

पढ़ें : DISCOM के वित्तीय घाटे से गहलोत सरकार के कुप्रबंधन का काला चिट्ठा हुआ उजागर : राजेंद्र राठौड़

कटारिया ने कहा कि अन्य जिलों से इन जिलों में कार्मिकों के स्थानांतरण किए गए. ऐसे में कुछ अधिकारियों-कर्मचारियों को प्रशासनिक आधार पर इधर से उधर किया गया, जो आदर्श आचार संहिता के विपरीत है. ऐसे में कटारिया ने पत्र के माध्यम से बताया कि राज्य सरकार ने शिक्षा विभाग के संयुक्त शिक्षा निदेशक स्कूल शिक्षा से लेकर निदेशक तक के द्वारा आदर्श आचार संहिता की अवहेलना करते हुए 13 एवं 14 अगस्त में बड़ी संख्या में उक्त 6 जिलों में स्थानांतरण आदेश जारी कर दिए.

कटारिया ने पत्र में लिखा कि मेरे पास जयपुर जिले शहर में कार्य ग्रहण कार्यमुक्त हुए वरिष्ठ अध्यापक से लेकर प्रधानाचार्य तक की सूची उपलब्ध है. अगर आप चाहेंगे तो उसे मैं आपको उपलब्ध करा दूंगा. ऐसे में आचार संहिता के बीच इस तरह का काम होना खेद जनक स्थिति है. विभाग को इस विषय पर चिंतन करने की आवश्यकता है और इन लोगों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई किया जाना चाहिए.

उदयपुर. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर स्थानांतरण करने का विरोध जताया. कटारिया ने मुख्य सचिव को पत्र में लिखा कि 6 जिले जयपुर, भरतपुर, सवाई माधोपुर, सिरोही, दौसा एवं जोधपुर के जिला परिषद एवं पंचायत समिति निर्वाचन क्षेत्रों में आचार संहिता लागू की गई है.

ऐसे में चुनाव आयोग ने राज्य सरकार को आदेश आचार संहिता की पालना हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश जारी की है. लेकिन इसके बावजूद भी उक्त 6 जिलों में समस्त विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के स्थानांतरण एवं पदस्थापना पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है. चुनाव आयोग द्वारा दिए गए निर्देशों के उपरांत भी विभिन्न विभागों ने चुनाव आदर्श आचार संहिता का खुलेआम उल्लंघन करते हुए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के पश्चात बड़ी संख्या में जिलों में स्थानांतरण पदस्थापन के आदेश जारी कर चुनाव आयोग के अवहेलना की है.

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कटारिया ने कहा कि अन्य जिलों से इन जिलों में कार्मिकों के स्थानांतरण किए गए. ऐसे में कुछ अधिकारियों-कर्मचारियों को प्रशासनिक आधार पर इधर से उधर किया गया, जो आदर्श आचार संहिता के विपरीत है. ऐसे में कटारिया ने पत्र के माध्यम से बताया कि राज्य सरकार ने शिक्षा विभाग के संयुक्त शिक्षा निदेशक स्कूल शिक्षा से लेकर निदेशक तक के द्वारा आदर्श आचार संहिता की अवहेलना करते हुए 13 एवं 14 अगस्त में बड़ी संख्या में उक्त 6 जिलों में स्थानांतरण आदेश जारी कर दिए.

कटारिया ने पत्र में लिखा कि मेरे पास जयपुर जिले शहर में कार्य ग्रहण कार्यमुक्त हुए वरिष्ठ अध्यापक से लेकर प्रधानाचार्य तक की सूची उपलब्ध है. अगर आप चाहेंगे तो उसे मैं आपको उपलब्ध करा दूंगा. ऐसे में आचार संहिता के बीच इस तरह का काम होना खेद जनक स्थिति है. विभाग को इस विषय पर चिंतन करने की आवश्यकता है और इन लोगों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई किया जाना चाहिए.

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