उदयपुर. जिला कलेक्टर चेतन देवड़ा ने रविवार को जिला परिषद सभागार में शहर के सभी धार्मिक नेताओं के साथ बैठक की. बैठक के दौरान शहर में तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण को लेकर चर्चा हुई. इस दौरान धार्मिक नेताओं ने सोमवार से आगामी 10 दिनों के लिए सभी धर्मों के धार्मिक स्थलों को श्रद्धालुओं के लिए बंद रखने पर सहमति जताई. कलेक्टर देवड़ा ने कहा कि हम नहीं चाहते कि शहर में दोबारा लाॅकडाउन लगे. इसलिए हमें स्वप्रेरणा और स्वअनुशासन से ही लाॅकडाउन का पालन करना होगा, इसमें सबका हित है.
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धार्मिक नेताओं की बात ज्यादा मानते हैं लोग
बैठक के दौरान एसपी डाॅ. राजीव पचार ने कहा कि धार्मिक नेताओं का समाज में अहम स्थान होता है. एसपी से ज्यादा लोग धार्मिक नेताओं की कही बात मानते हैं. पिछली बार जब लाॅकडाउन लगा था, तब भी सभी धर्मों के धार्मिक नेताओं ने पुलिस और प्रशासन का पूरा सहयोग किया था. आज हम दोबारा उसी मोड़ पर आ गए हैं. आम आदमी की जिंदगी सुरक्षित रहे, इसके लिए धार्मिक नेताओं से अपील है कि वे एक बार फिर हमारा साथ दें.
सेवा-पूजा के लिए प्रशासन जारी करेगा पास
जिला कलेक्टर चेतन देवड़ा ने बताया कि विभिन्न धार्मिक स्थलों पर पुजारियों, मौलवियों, पादरी, गुरूद्वारा आदि की धार्मिक मान्यताओं के अनुसार संबंधित व्यक्ति को प्रशासन की ओर से पास जारी किया जाएगा. आमजन के लिए धार्मिक स्थानों पर प्रवेश पूरी तरह वर्जित रहेगा.
धार्मिक नेता निकालेंगे मास्क यात्रा
एसपी डाॅ. राजीव पचार के सुझाव पर सभी धार्मिक नेता जनता को कोविड गाइडलाइन और प्रोटोकाॅल की पालना के लिए जागरूक करने के मकसद से रविवार को शहर में मास्क यात्रा निकालेंगे. शहर के सभी प्रमुख बाजारों में सभी धर्मों के प्रतिनिधि के रूप में आध्यात्मिक लोग मास्क का वितरण करेंगे और लोगों को कोरोना प्रोटोकाॅल की पालना करने के लिए जागरूक करेंगे.