उदयपुर. जिले के सज्जनगढ़ बायोलॉजिकल पार्क (Sajjangarh biological Park) से दुखद खबर सामने आई है. बायोलॉजिकल पार्क में 2 महीने पहले उदयपुर के इतिहास में पहली बार भारतीय भेड़िए ने 5 बच्चों को जन्म दिया था, लेकिन भेड़िए के 4 बच्चों ने दम तोड़ (4 children of Indian Wolf die in Udaipur) दिया. फिलहाल, भेड़िए के बच्चों की मौत की पुख्ता जानकारी सामने नहीं आया है लेकिन प्राथमिक तौर पर मौत के पीछे गर्मी का कारण माना जा रहा है. चारों भेड़िए के बच्चे का पोस्टमार्टम कराकर अंतिम संस्कार कर दिया गया है.
वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि गर्मी को देखते हुए सभी इंतजाम दुरुस्त किए गए हैं. जानवरों के लिए पंखा और कूलर की व्यवस्थाएं की गई है. दरअसल, सज्जनगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में चेन्नई के अरीगना अन्ना जूलॉजिकल पाक से 22 फरवरी 2021 को भारतीय भेड़िए का एक जोड़ा लाया गया था. इसमें नर की आयु 2 वर्ष 6 माह और मादा की आयु 3 वर्ष 2 माह थी. इन्हें बायोपार्क के डिस्प्ले एरिया में रखा गया था. मेटिंग कराने के उपरांत उदयपुर के इतिहास में पहली बार इस भारतीय भेड़िए ने 5 बच्चों को जन्म दिया था. ऐसे में वरिष्ठ पशु चिकित्सक और केयरटेकर इनकी निगरानी कर रहे थे, लेकिन इनमें से 4 बच्चे की मौत हो गई.
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विलुप्त हो रहे हैं भेड़िए : देशभर में भेड़ियों की संख्या काफी तेजी से घट रही है. यही कारण है कि भेड़ियों के संरक्षण के लिए अतिसंकटग्रस्त प्रजातियों की श्रेणी में शामिल किया गया है. कभी राजस्थान में 20,000 से ज्यादा भेड़िए हुआ करते थे. लेकिन अब प्रदेश में मात्र 1200 भेड़िए ही बचे हैं. भारतीय भेड़िए की दुनिया के सबसे लुप्तप्राय और विकासवादी रूप से अलग भूरे या ग्रे भेड़िए की आबादी में से एक माना जाता है. भारतीय भेड़िए तराई भारत और पाकिस्तान तक सीमित है. जहां इस के रहने वाले घास के मैदानों में बढ़ते इंसानी दखल और भूमि के उपयोग में बदलाव से खतरा पैदा हो गया.