श्रीगंगानगर. 2.31 लाख हेक्टेयर में करीब 10 लाख मीट्रिक टन गेहूं के उत्पादन की संभावना है। वहीं हनुमानगढ़ में 2.49 लाख हेक्टेयर में 11 लाख मीट्रिक टन से ज्यादा उत्पादन होगा. हनुमानगढ़ श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ में इस साल 4.80 लाख हेक्टेयर में गेहूं की बिजाई हुई.
इन दिनों पूरी धरती हरियाली से आच्छादित है. श्रीगंगानगर की बात करें तो 2.31 लाख हेक्टेयर में करीब 10 लाख मीट्रिक टन गेहूं के उत्पादन की संभावना है. वहीं हनुमानगढ़ में 2.49 लाख हेक्टेयर में 11 लाख मीट्रिक टन से ज्यादा उत्पादन होगा. हनुमानगढ़ में इस साल 4.80 लाख हेक्टेयर में गेहूं की बिजाई हुई है.
श्रीगंगानगर से गेहूं निर्यात किया जाता है. गेहूं के लिए इस बार जो पॉजिटिव रहा, वह मौसम है. एक तो सर्दी लंबी खींची, दूसरा- फरवरी से मार्च के बीच हर 10 दिन में मौसम बदला। कभी बूंदाबांदी हुई तो कभी बारिश. इससे भी गेहूं की फसल को सबसे ज्यादा फायदा हुआ.
वहीं गंगनहर के इलाके पानी भरपूर मिला. कृषि विज्ञानियों की मानें तो इस बार गत दो वर्षों से ज्यादा गेहूं का उत्पादन होने की उम्मीद है. अगेती गेहूं में तो इसका दाना भी मोटा रहेगा, गेहूं की सरकारी खरीद 1 अप्रैल से शुरू होगी.