श्रीगंगानगर. केंद्र सरकार की ओर से पारित किए गए कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे आंदोलन के समर्थन में संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसान, मजदूर, व्यापारी संगठनों ने राष्ट्रीय और राज्य मार्गों पर चक्का जाम किया. पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार ठीक 12 बजे से चक्का जाम शुरू हुआ.
जाम के दौरान सभी जगह पर शांति व्यवस्था बनी रही. हालांकि सुरक्षा की दृष्टि से जाम वाली जगहों पर पुलिस का जाब्ता भी लगाया गया था. कहीं से भी कोई अप्रिय समाचार सामने नहीं आया. जाम के चलते उन लोगों को जरूर परेशानियों का सामना करना पड़ा, जो लोग वाहनों पर सवार होकर अपने गंतव्य के लिए रवाना हुए थे. किसान मोर्चा ने 12 से 3 बजे तक चक्का जाम करने की घोषणा की थी. घोषणा के अनुरूप ठीक 12 बजे राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों पर किसानो ने जाम लगाना शुरू किया. पदमपुर रोड पर 12 बजे से पहले ही किसानों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया.
किसानो की ओर से घोशित किए गए निर्धारित समय पर चौराहे के चारों तरफ जाने वाले मार्गों को किसानों ने बंद कर दिया. इस दौरान किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. यहां आंदोलनकारियों के लिए ब्रेड पकोड़े को व्यवस्था की गई. इसी तरह स्थिति सूरतगढ़ रोड बाईपास पर देखने को मिली, यहां किसान संगठनों के अलावा माकपा मजदूर संगठनों ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया.
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किसानों ने ट्रैक्टर-ट्रॉली बाइपास के चारों तरफ खड़ा कर मार्गों पर बंद कर दिया. 12 बजे के बाद यहां वाहनों की आवाजाही पर पूर्णतया रोक लगा दी. इसके अलावा किसानों ने धरना शुरू कर दिया. धरने पर बैठे किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ रोष व्यक्त करते हुए जब तक काले कानूनों वापस नहीं होंगे, तब तक देश के किसान पीछे नहीं हटने की बात कही. किसान नेताओं ने एलान किया कि संयुक्त मोर्चा जो भी आदेश देगा, उस आदेश के अनुरूप किसान आंदोलन के लिए तेयार रहेगा. नाथावाली बाइपास पर भी किसानों ने धरना शुरू कर चारों तरफ जाने वाले मार्ग पर वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी.