श्रीगंगानगर. एक ओर जहां नगर परिषद में विभिन्न मांगो को लेकर पार्षदों का धरना जारी है. वहीं सफाई कर्मचारी अब पार्षदों के खिलाफ मैदान में उतर आए हैं. इसी क्रम में अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस के बेनर तले सफाई निरीक्षकों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर अपना आक्रोश प्रकट किया है.
आक्रोशित सफाई कर्मचारियों का कहना है कि कुछ पार्षदो द्वारा सफाई निरीक्षकों को जानबूझकर परेशान किया जा रहा है. इनकी माने तो पार्षदों द्वारा आपसी द्वेष भावनावश सफाई निरीक्षकों के विरुद्ध की जा रही. इस कार्रवाई का सफाई मजदूर यूनियन विरोध कर रही है. सफाई निरीक्षकों को परेशान करने की नियत से बार-बार उनका स्थानांतरण इधर-उधर करवाया जाता है, जिसे सफाई कार्य बाधित होती है और सफाई निरीक्षकों को अनावश्यक मानसिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ता है.
आक्रोशित निरीक्षकों का कहना है कि नगर परिषद सभापति एवं आयुक्त के मार्गदर्शन में सफाई निरीक्षकों और सफाई कर्मचारियों की कड़ी मेहनत से हाल ही में जारी सफाई सर्वे परिणामों में श्रीगंगानगर जिला सफाई व्यवस्था में राज्य में तीसरे स्थान पर आया है, जबकी पूर्व में जब पार्षदो का सफाई व्यवस्था पर नियंत्रण था तो जिला 27 वीं रेंक पर था. एसे में पार्षद अपनी मनमानी से शहर की सफाई व्यवस्था बिगाड़ने पर आमादा है.
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कुछ पार्षदों द्वारा निजी स्वार्थ और द्वेष भावना की जा रही है. ऐसी कार्रवाई शहर हित में उचित नहीं है. इनके द्वारा अनावश्यक कार्रवाई ऊपर अंकुश लगाया जाए ताकि शहर की सफाई व्यवस्था में व्यवधान पैदा ना हो औक सफाई व्यवस्था सही बनी रहे. पार्षद अपनी हरकतों से बाज नहीं आए तो मजबूरन सफाई कर्मचारी यूनियन तथा सफाई निरीक्षकों को आंदोलन करना पड़ेगा.