श्रीगंगानगर. 11 सूत्री मांगों को लेकर स्थाई और अस्थाई सफाई कर्मचारियों ने अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस के बैनर तले नगर परिषद के बाहर धरना दे रहे हैं. धरने के दूसरे दिन कर्मचारियों ने मांगें नहीं मानी जाने पर लंबी हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है.
बता दें कि इससे पहले कर्मचारियों ने शहर में कचरा उठाने की प्रक्रिया एकाएक रोक दी, जिससे कई वार्डों में सफाई व्यवस्था गड़बड़ा गई है. शहर के अधिकांश मुख्य नाले गंदे पड़े हैं. पानी निकासी नहीं होने के कारण कई वार्डों में भी गंदा पानी सड़कों पर जमा हुआ है. इसे लेकर 'सफाई यूनियन सदस्यों' ने कहा कि जब तक मांगे पूरी नहीं होती, तब आंदोलन जारी रहेगा.
सफाई कर्मियों की 11 सूत्री मांगे में से कुछ मांगे इस प्रकार से हैं-
- बिना सूचना के वेतन नहीं रोकने की मांग
- आवारा पशुओं को पकड़ते समय घायल हुए कर्मियों के उपचार व्यवस्था की मांग
- आवारा पशुओं को पकड़ने के लिए अनुभवी लोगों की टीम बनाने की मांग
- माह की 5 तारीख तक वेतन देने और अस्थाई झाड़ू भत्ता देने की मांग
- भुगतान की अवधि समाप्त होने के बाद कर्मियों को स्थाई नियुक्ति करने की मांग
- और सफाई का ठेका क्षेत्रफल के हिसाब से देने मांग
पढ़ें: मजदूरों के बकाया राशि का भुगतान नहीं होने पर किया प्रदर्शन, बकाया राशि चुकाने की मांग
धरने पर बैठे कर्मचारियों ने अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी करते हुए जिला कलेक्टर और नगर परिषद सभापति को ज्ञापन देकर, मांगो के निराकरण की मांग की. उधर सफाई कर्मियों के स्थानांतरण के चलते लोगों को एक छोर से दूसरे छोर तक आवाजाही में परेशानी हो रही है.