श्रीगंगानगर. राजस्थान सरकार ने पिछले दिनों प्रभारी मंत्रियों के कार्यकाल में बदलाव करते हुए 13 जिलों के नए प्रभारी मंत्री नियुक्त किए हैं. श्रीगंगानगर जिले के प्रभारी मंत्री बीकानेर से विधायक बीडी कल्ला को बनाया गया है. प्रभारी मंत्री बीडी कल्ला पहली बार जिले के दौरे पर आए. उन्होंने सीएम गहलोत की ओर से चलाए जा रहे कोरोना जन जागरूकता अभियान और मास्क वितरण कार्यक्रम के तहत लोगों को मास्क बांटे. वहीं इस दौरान ईटीवी भारत के संवाददाता ने मंत्री कल्ला से कई मुद्दों पर बातचीत की.
प्रभारी मंत्री बीडी कला से जब पूछा गया कि सरकार की प्राथमिकता में क्या अब मास्क वितरण करना ही रह गया है, आमजन की समस्याओं को समाधान कब किया जाएगा. तो उन्होंने कहा कि चुनावी घोषणा पत्र की कैबिनेट सब कमेटी का अध्यक्ष होने के नाते मैं कह सकता हूं कि 50 प्रतिशत चुनावी घोषणा में किए वादे अब तक पूरे किए जा चुके हैं. 35 प्रतिशत घोषणा पर काम किया जा रहा है. शेष 15 प्रतिशत कामों को शुरू और किया जाएगा. जबकि अभी हमारे पास 3 साल 2 महीने का कार्यकाल बाकी है. जो 5 साल में वायदे पूरे होने हैं वह 50 प्रतिशत वायदे हमने अभी पूरे कर दिए हैं.
वहीं मंत्री कल्ला से पूछा गया कि कोरोना में कितना बजट खपत हुआ है, तो इस पर उन्होंने कहा कि यह तो वित्तमंत्री ही बता पाएगें. लेकिन कोरोना के लिए धन की कमी नहीं आने दी जाएगी. वहीं, बढ़ते बिजली बिलों को लेकर डॉ. कल्ला ने कहा कि आमजन पर किसी प्रकार का भार नहीं बढ़ाया गया है. नियामक आयोग ने पिछले दिनों जो रिपोर्ट दी है उसके आधार पर इंप्लीमेंट किया गया है.
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आम आदमी को बिजली की बढ़ी दरों में राहत देने के सवाल पर प्रभारी मंत्री ने कहा कि, आम आदमी को अभी कोरोना काल में जो बिल नहीं भरे गए हैं, वह अक्टूबर तक भर सकते हैं. आम आदमी को राहत दी गई है. लेकिन वह राहत किस प्रकार की दी गई है, इसके बारे में भी नहीं बता पाए. वहीं, मंत्री महोदय अपने ही विभाग बिजली विभाग के बारे में लोगों पर भार बढ़ने की बात पर कहा कि मीटर रीडिंग लेकर बिलों में अतिरिक्त वृद्धि को ठीक करवाया जाएगा. जिले की समस्याओं के बारे में पहली समस्या करोना को बड़ी समस्या बताते हुए तमाम सारी दूसरी समस्याओं को भूल गए और उसी समस्या को सबसे उपरी पायदान पर रखते हुए करोना से बचने की बात कहते रहे.
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वहीं, जिले की तीन समस्याओं को लेकर प्रभारी मंत्री कल्ला ने कहा कि, जिले में फिलहाल सबसे बड़ी समस्या कोरोना की है. दूसरी समस्या उन्होंने सिंचाई को लेकर बताई. जबकि तीसरी समस्या को किसानों से संबंधित बताया. प्रभारी मंत्री कहा कि किसानों को समय पर राशन नहीं मिल रहा. साथ ही किसानों के पास रोजगार नहीं है. समय पर किसानों को मजदूरी मिले उसके लिए मनरेगा में 1 लाख 32000 लोग काम कर रहे हैं. उन्हें रोजगार दे रहे हैं.