श्रीगंगानगर. भवन निर्माण मिस्त्री मजदूर यूनियन (सीटू) की जिला कमेटी ने जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर जिला कलेक्टर को 11 सूत्री मांग पत्र देकर उनके निराकरण की मांग की है. वहीं, दूसरे प्रदर्शन में नगर विकास न्यास के बाहर लंबे समय से पड़ाव डाले बैठे आईडीपी कार्यकर्ताओं ने तीन कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर गिरफ्तारियां दी है. प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपा है. गुरुवार को शहर के भवन निर्माण मिस्त्री मजदूर नेहरू पार्क में इकट्ठे हुए. वहां से जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे.
कलेक्ट्रेट पर एक शिष्टमंडल ने जिला कलेक्टर से मुलाकात कर मजदूरों से जुड़ी 11 सूत्री मांग पत्र सौंप कर उसके निराकरण की मांग की है. सीटू सदस्यों ने जिला कलेक्टर को बताया कि भवन निर्माण मिस्त्री मजदूरों को सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का फायदा नहीं मिल रहा है. वहीं उनके बच्चों को मिलने वाली छात्रवृत्तियां भी नहीं मिल रही है. सरकार द्वारा शुरू की हुई छात्रवृत्ति जारी करवाई जाए, ताकि इन्हें पढ़ाई में किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े.
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इसी तरह कृषि कानून का विरोध करते हुए इंटरनेशनल डेमोक्रेटिक प्लेटफॉर्म आईडीपी ने नगर विकास न्यास के बाहर डाल रखे बेघरों के पड़ाव स्थल पर गिरफ्तारी दी. आईडीपी के करीब 54 कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी देकर अपना विरोध प्रकट किया. प्रशासन ने पड़ाव स्थल को ही कारागृह मानकर सभी आंदोलनकारियों को वहां छोड़ दिया. इस मौके पर प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री के नाम दिए ज्ञापन में कृषि कानून वापस लेने की भी मांग की है.