श्रीगंगानगर. एसीबी ने रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़े गए जेसीटीओ को मंगलवार को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम न्यायालय में पेश किया. जहां न्यायालय ने रिश्वतखोर जेसीटीओ को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. वहीं मामले में आरोपी बनाया गया ACTEO हिमांशु शर्मा अभी भी फरार है. एसीबी आरोपी की तलाश में जुटी हुई है. एसीबी ने फरार चल रहे ACTEO हिमांशु शर्मा के घर की देर रात तलाशी ली, जिसमें मिली नगदी और कागजात को सील कर दिया है.
एसीबी टीम के एडिशनल एसपी राजेंद्र प्रसाद ने अनूपगढ़ जीएसटी कार्यालय से जेसीटीओ पवन कुमार को 29 जून को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था. जेसीटीओ के खिलाफ घड़साना के फर्नीचर व्यापारी प्रेम कुमार ने शिकायत की थी कि वह जीएसटी रिटर्न दाखिल नहीं कर पाया तो उस पर जुर्माना लगाने का भय दिखाकर उससे 25,000 की रिश्वत की मांग की जा रही है.
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इस प्रकरण में ACTEO हिमांशु शर्मा का नाम भी सामने आया है. ACTEO हिमांशु शर्मा फरार चल रहा है. एसीबी टीम आरोपी की तलाश में जुटी हुई है. हिमांशु शर्मा के घर की एसीबी ने देर रात तलाशी ली. जिसमें हिमांशु शर्मा के घर से 7 लाख 35 हजार की नगदी, एफडी और अचल संपत्ति के दस्तावेज और 4 बैंक खातों की जानकारी मिली है.
एसीबी टीम अब ACTEO हिमांशु शर्मा के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला भी दर्ज कर सकती है. वाणिज्य कर विभाग के अधिकारियों के भ्रष्टाचार के कारण व्यापारी काफी परेशान है. केंद्र सरकार जहां एक तरफ भ्रष्टाचार और अफसरशाही को खत्म करने के लिए कड़े कदम उठाने का संकेत देती है तो दूसरी ओर अधिकारी जुर्माने का भय दिखाकर लोगों को प्रताड़ित कर रहे हैं.