श्रीगंगानगर. किसान आंदोलन के बीच किसानों की आवाज को बुलंद करने राहुल गांधी शुक्रवार को अपने दो दिवसीय दौरे पर राजस्थान पहुंचे. शुक्रवार को राहुल गांधी ने पीलीबंगा और पदमपुर में किसान महापंचायत को संबोधित किया. सभा के बाद राहुल गांधी से मिलने के लिए गंगानगर किसान संघर्ष समिति के बैनर तले करीब 500 से अधिक किसान सीसी हेड पर एकत्रित हुए थे.
पदमपुर में सभा के बाद राहुल गांधी सड़क के रास्ते श्रीगंगानगर की ओर आ रहे थे. इस दौरान कांग्रेस नेताओं को सूचना मिली कि सीसी हेड पर एकत्रित किसान राहुल गांधी को काले झंडे दिखा सकते हैं. इसके बाद आनन-फानन में राहुल गांधी के काफिले का रूट बदलकर डेलवा-श्रीकरनपुर के रास्ते श्रीगंगानगर की तरफ रवाना किया गया.
जानकारी के अनुसार गंगानगर किसान संघर्ष समिति के बैनर तले करीब 500 से अधिक किसान सीसी हेड पर राहुल गांधी से मिलने के लिए एकत्रित हुए थे. किसान नेता पीलीबंगा से पदमपुर सभा में आते समय राहुल गांधी से मिलकर किसानो की समस्याओं से जुड़ा मांग पत्र राहुल गांधी को सौंपना चाह रहे थे.
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इसी बीच मौके पर पहुंचे जिला कलेक्टर और एसपी ने किसानों को आश्वासन दिया कि उनका मांग पत्र राहुल गांधी को दिलवाया जाएगा, लेकिन राहुल गांधी पदमपुर किसान सभा में आते समय किसानों से बगैर मिले हुए निकल गए. इसके बाद किसान राहुल गांधी से मिलने के लिए पदमपुर सभा की ओर पैदल निकले, तो किसानो को फिर आश्वासन दिया गया कि सभा के बाद राहुल गांधी इसी रास्ते से श्रीगंगानगर की तरफ आएंगे तब किसानों को राहुल गांधी से मिलवा कर उनका मांग पत्र दिलवाया जाएगा.
इस आश्वासन के बाद गंगानगर किसान संघर्ष समिति के किसानों ने सीसी हेड पर राहुल गांधी का इंतजार करना शुरू कर दिया, लेकिन पदमपुर की सभा के बाद राहुल गांधी का रूट बदल दिया गया. इस बात का पता जब किसानों को लगा तो सीसी हेड पर एकत्रित किसानों ने हंगामा खड़ा कर दिया और उस रास्ते से जा रहे कांग्रेस नेताओं के खिलाफ नारेबाजी करते हुए काले झंडे दिखाने लगे.
गंगानगर किसान संघर्ष समिति के नेताओं ने आक्रोश प्रकट करते हुए कहा कि राहुल गांधी किसान महापंचायत के नाम पर कांग्रेस की सभा को संबोधित करने आए हैं. सीसी हेड पर एकत्रित किसानों ने कांग्रेस नेता और राहुल गांधी के लगे बैनर पोस्टर फाड़ दिए और जमकर नारेबाजी करने लगे.
किसान नेताओं की मानें तो राहुल गांधी किसान पंचायत के नाम पर कांग्रेस की सभा को संबोधित करने के लिए पदमपुर और पीलीबंगा में आए थे क्योंकि किसान रास्ते में खड़ा होकर राहुल गांधी से मिलना चाह रहा था मगर राहुल गांधी किसान से मुलाकात नहीं करते हुए सीधे निकल गए. जबकि सभा में किसानों की बजाय कांग्रेसी मौजूद थे. किसान नेताओं ने आरोप लगाया है कि किसानों के नाम पर राहुल गांधी और कांग्रेस नेताओं ने सभा कर किसानों के साथ धोखा किया है.