श्रीगंगानगर. फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट के माध्यम से लड़कियां और सेक्स वर्कर उपलब्ध करवाने, नौकरी का झांसा देकर झूठे प्रलोभन और ब्लैक मेलिंग कर युवाओं से रुपए ऐंठने वाले गिरोह का खुलासा करने के बाद अब जिला विशेष पुलिस ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपी ठग गिरोह के सदस्यों को सिम कार्ड, केवाईसी कर पेटीएम अकाउंट उपलब्ध करवाते थे.
आरोपियो के कब्जे से डीएसटी टीम ने सिम प्रोवाइडर एंड्राइड मोबाइल फोन और फर्जी बड़ी संख्या में सिम बरामद की है. पूर्व में गिरफ्तार आरोपियों से गहन पूछताछ के बाद सामने आया कि विजयनगर निवासी मोहित अरोड़ा के अलावा रजत तिवारी और विक्की चुघ निवासी सूरतगढ़ इन गिरोह के सदस्यों को सिम कार्ड का केवाईसी सुधा पेटीएम अकाउंट 7 हजार रुपए में उपलब्ध करवाते थे.
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जिस पर जिला विशेष टीम द्वारा कार्रवाई करते हुए आरोपी रजत तिवारी और विक्की चुघ को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से फर्जी सिम कार्ड और मोबाइल बरामद किए हैं. दोनों आरोपी सूरतगढ़ में मोबाइल की दुकान चलाते हैं. इनके पास सिम खरीदने आने वाले भोले वाले ग्राहकों को सिम देते समय नेटवर्क प्रॉब्लम का बहाना बनाकर दो बार आधार का अंगूठा लगवा कर एक अन्य सिम एक्टिवेट कर अपने पास रख लेते थे. इस प्रकार दूसरे ग्राहक को धोखे से सिम जारी कर पेटीएम केवाईसी करवाकर और सिम (SIM) पेटीएम अकाउंट 7000 लेकर आगे बेच देते थे.
दोनों आरोपी करीब 2 साल से यह फर्जीवाड़ा कर रहे थे. आरोपी सिम प्रोवाइडर अन्य व्यक्ति की आईडी का दुरुपयोग कर उनकी बिना जानकारी के डुप्लीकेट सिम इशू करके फर्जी पेटीएम अकाउंट नंबर बनाकर धोखाधड़ी कर रहे थे. गिरफ्तार आरोपियों द्वारा अब तक की पूछताछ में गिरोह के कई अन्य सदस्यों को करीब 50-60 सिम कार्ड और केवाईसी सुधा पेटीएम अकाउंट उपलब्ध करवाने की बात सामने आई है.
आरोपियों से कड़ाई से पूछताछ कर ठग साइबर गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है. वहीं इस पूरे खेल में शामिल बाकी आरोपियों को भी जिला विशेष टीम द्वारा जल्दी गिरफ्तार करने की कार्रवाई की जा रही है. इन सिम प्रोवाइडरो के द्वारा अन्य व्यक्ति की आईडी का दुरुपयोग कर उनकी बिना जानकारी के फर्ज कारी की जाकर डुप्लीकेट सिम इशू कर फर्जी पेटीएम अकाउंट बनाकर गिरोह को उपलब्ध करवात थे.
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गिरोह को फर्जी व्हाट्सएप अकाउंट चलाने के लिए ओटीपी भी दिए जाते थे. इसकी वजह से ठग गिरोह द्वारा चैटिंग के माध्यम से लोगों को लड़कियां उपलब्ध करवाने के नाम पर रजिस्ट्रेशन फीस और ब्लैक मेलिंग के माध्यम से अनजान लोगों के साथ काफी समय से ठगी कर रहे थे.