फतेहपुर (सीकर). मुख्यमंत्री ने बजट घोषणा में प्रदेश के 42 हजार गांवों के सर्वे की घोषणा की थी. गांवों के सुनियोजित विकास के लिए प्रस्तावित मास्टर प्लान की शुरूआत फतेहपुर के ठिठावता गांव से हुई. यहां सर्वे ऑफ इंडिया के सहयोग से ड्रोन द्वारा गांवों का सर्वे शुरू किया गया है.
इस सर्वे जरिए गांवों में आगामी तीस साल के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, आबादी विस्तार, खेल, पार्क और सड़क जैसी मूलभूत आवश्यकताओं का आंकलन किया जाएगा. इसके बाद मास्टर प्लान बनाकर जरूरी सुविधाओं को मूर्त रूप दिया जाएगा.
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सर्वे अधीक्षक लेफ्टिनेंट कर्नल सिद्धार्थ शेखावत ने बताया कि पायलट प्रोजेक्ट के तहत ठिठावता गांव में ड्रोन उड़ाकर सर्वे का शुभारम्भ किया गया है. पंचायत समिति के बिराणियां, किशनपुरा, रोसावां और ठिठावता गांवों में सर्वे किया जा रहा है. सर्वे के माध्यम से सरकार द्वारा राजस्व गांवों के नियोजित विकास के लिए जरूरी संसाधनों का आंकलन किया जाएगा. पांच हजार से ज्यादा आबादी वाले गांवों का 2050 तक की जरूरत के हिसाब से ग्रामीण मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा. इन चारों गांवों की सर्वे रिपोर्ट ग्रामीण विकास विभाग एवं पंचायत राज विभाग को दी जाएगी.
सर्वे प्लान में वर्तमान सुविधाओं को दर्शाना होगा
सर्वे ऑफ इंडिया द्वारा किए जा रहे सर्वे में प्रत्येक गांव में उपलब्ध वर्तमान सुविधाएं दिखानी होंगी. इसके अलावा नदी, नाले एवं आबादी के निकट स्थित तालाब, जलाशयों की स्थिति, ग्रामीण क्षेत्र के पास सिवाय चक भूमि, चारागाह भूमि, वन विभाग की भूमि, पहाड़ आदि दर्शाने होंगे. प्लान में जनगणना, पशुगणना के आधार पर आवश्यक सुविधाएं, पर्यावरण संरक्षण के लिए पार्क, खुले स्थान तथा अतिक्रमण से बचाना आदि को शामिल किया जाएगा.