सीकर. सीकर रेलवे स्टेशन से शुक्रवार दोपहर में पश्चिम बंगाल के मजदूरों को लेकर ट्रेन रवाना हुई. इस ट्रेन में जब मजदूरों को बिठाया जा रहा था, उसी वक्त एक युवक और दो दिव्यांग युवतियां यहां पहुंची. इन्होंने अतिरिक्त जिला कलेक्टर जयप्रकाश नारायण को बताया कि इन दोनों युवतियों को अहमदाबाद जाना है और रात को जयपुर से श्रमिक स्पेशल ट्रेन अहमदाबाद जाएगी, उसका इनके पास टिकट भी है. लेकिन सीकर से जयपुर तक जाने की कोई व्यवस्था नहीं है और दो युवक साथ में था वह किसी तरह उन्हें जयपुर छोड़कर आने वाला था.
दोनों दिव्यांग युवतियों को देखने के बाद अतिरिक्त जिला कलेक्टर ने रेलवे के अधिकारियों से बात की. रेलवे के अधिकारियों ने भी पूरा सहयोग दिया और यह तय किया गया कि जो ट्रेन सीकर से हावड़ा जा रही है, उसे जयपुर में रोककर दोनों युवतियों को उतार दिया जाएगा.
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वहां रेलवे के अधिकारी दोनों को रिसीव करेंगे और रात को जो ट्रेन अहमदाबाद जाएगी, उसमें बिठा देंगे. क्योंकि उस ट्रेन का टिकट पहले से इन्होंने ले रखा था. इसके बाद दोनों को सीकर से ट्रेन से रवाना कर दिया गया. अधिकारियों ने कहा कि इस तरह की मान्यता जरूर दिखानी चाहिए, जिससे कि असहाय लोग अपने घर पहुंच सके.
पश्चिम बंगाल के लिए रवाना हुई श्रमिक स्पेशल
सीकर जंक्शन से शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के मजदूरों को लेकर श्रमिक स्पेशल ट्रेन रवाना हुई. इस ट्रेन में सीकर से 907 मजदूरों को रवाना किया गया. इसके अलावा गंगानगर-हनुमानगढ़-चूरू और झुंझुनू से भी आए मजदूर इस ट्रेन से रवाना हुए. सीकर जिला प्रशासन का कहना है कि अब जिले में केवल नॉर्थ ईस्ट के मजदूर बचे हैं, बाकी सब जगह के मजदूरों को भेजा जा चुका है जो जाना चाहते थे उनको.