सीकर. सीकर के लाल सुभाष चंद्र बेरवाल आज पंचतत्व में विलीन हो जाएंगे. मंगलवार (16 अगस्त) को पहलगाम में आईटीबीपी की बस खाई में गिर गई थी. जिससे इसमें सवार 7 जवानों की मौत हो गई थी (Pahalgam ITBP Accident). इनमें सुभाष भी थे. आज उनका पार्थिव शरीर गांव शाहपुरा पहुंचेगा और अंतिम संस्कार किया जाएगा. शहीद को पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी.
कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार सुबह भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल (Indo Tibetan Border Police) की एक बस 100 फीट गहरी खाई में गिर गई थी. हादसे में 7 जवानों की मौत हो गई जिनमें एक सीकर जिले के धोद तहसील के शाहपुरा गांव का जवान भी शामिल थे. हादसे का कारण बस का ब्रेक फेल होना बताया जा रहा था. सभी जवान अमरनाथ यात्रा से ड्यूटी कर वापस लौट रहे थे. सुभाष जल्द ही पिता बनने वाले थे (Jawan Subhash Chandra Bairwal). उनकी पत्नी सरला 8 माह की गर्भवती हैं. सुभाष 25 मई कोई छुट्टी से वापस काम पर लौटे थे.
सड़क को लेकर नाराज ग्रामीण: सुभाष चंद्र बेरवाल की पार्थिव देह गांव पहुंचने से पहले ही बुधवार शाम को ग्रामीणों ने रास्ता खराब होने की बात को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. ग्रामीणोंं के मुताबिक वो भी अपने गांव के जाबांज की अंतिम यात्रा में शामिल होना चाहते हैं. उन्हें पता है कि अच्छी खासी भीड़ जुटेगी लेकिन सड़कों की हालत दयनीय है इससे कई परेशानियां खड़ी हो सकती हैं.
अपनी फिक्र से उन्होंने संबंधित प्रशासनिक विभाग को 24 घंटे पहले अवगत भी कराया था लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. यही वजह रही कि बुधवार देर शाम धोद एसडीएम मिथिलेश कुमार और तहसीलदार अभिनेष चौधरी जब शाहपुरा गांव में व्यवस्थाओं का जायजा लेने पहुंचे तो ग्रामीणों ने दोनों अधिकारियों का विरोध करते हुए गांव का रास्ता सही कराने की मांग की.
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