सीकर. जिला नगर परिषद का नया भवन बनकर तैयार है. करीब 7 साल पहले इस नए भवन की आधारशिला रखी गई थी और 18 महीने में इसका काम पूरा होना था. पिछले 5 साल से भवन बना हुआ है. लेकिन, कुछ काम बाकी बताने का हवाला देकर इसमें कार्यालय शिफ्ट नहीं किया जा रहा है. जिसके चलते परिषद का कार्यालय अभी भी एक जर्जर भवन में चल रहा है.
जानकारी के मुताबिक सीकर नगर परिषद के लिए भवन की परेशानी को देखते हुए पिछली कांग्रेस सरकार ने नगर परिषद के लिए नया कार्यालय स्वीकृत किया था. 2012 में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस भवन का शिलान्यास भी कर दिया था. उस वक्त यह कहा गया था कि 18 महीने बाद नगर परिषद का कार्यालय इस में शिफ्ट हो जाएगा. लेकिन, हालात यह है कि 7 साल बाद भी इसमें नगर परिषद का कार्यालय शिफ्ट नहीं हो पाया है. भवन 5 साल पहले ही बन चुका था. लेकिन उसके बाद से हर बार यह कहा जाता है कि 1 से 2 महीने का काम बाकी है और उसके बाद कार्यालय शिफ्ट हो जाएगा. 1 से 2 महीने का काम बाकी बताते हुए 5 साल का वक्त निकाल दिया.
पुराने भवन में नहीं है जगह
पुराने भवन में जगह नहीं है और वह जर्जर भी हो चुका है. वहां जाने वाले लोगों को अधिकारी किस कमरे में बैठा मिलेगा इसका कोई जानकारी नहीं रहती. जिसकी वजह से लोग परेशान होते रहते हैं. बता दें कि करीब 7 साल पहले सीकर के नगर परिषद भवन की आधारशिला रखी गई थी और 18 महीने में इसका काम पूरा होना था. इसके बाद भी आज तक इसमें कार्यालय शिफ्ट नहीं हो पाया है. पिछले 5 साल से तो यही कहा जा रहा है कि भवन में एक दो महीने का काम बाकी है.