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रींगस पहुंची शहीद दीपचंद वर्मा की पार्थिव देह, कुछ देर बाद पैतृक गांव में होगा अंतिम संस्कार - जम्मू कश्मीर आंतकी हमला

जम्मू-कश्मीर के सोपोर में आतंकवादी हमले के दौरान सीकर के बावड़ी गांव निवासी जवान दीपचंद वर्मा शहीद हो गए. जिनकी पार्थिव देह सीकर के रींगस कस्बे में पहुंच गई हैं. कुछ देर बाद ही पार्थिव देह उनके गांव लाई जाएगी. जहां उनका अंतिम संस्कार होगा.

Deepchand Verma dead body reached Ringas, sikar latest news, शहीद दीपचंद वर्मा से जुड़ी खबर
रींगस पहुंची शहीद दीपचंद वर्मा की पार्थिव देह
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Published : Jul 2, 2020, 6:02 PM IST

Updated : Jul 2, 2020, 6:53 PM IST

सीकर. जम्मू-कश्मीर के सोपोर में आतंकी हमले में शहीद हुए सीकर के बावड़ी गांव के सीआरपीएफ जवान दीपचंद वर्मा की पार्थिव देह जिले के रींगस कस्बे तक पहुंच चुकी है. कुछ देर में ही पार्थिव शरीर उनकी गांव पहुंचेगी. जहां पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.

शहीद दीपचंद के घर पर सीआरपीएफ के जवान और पुलिस के आला अधिकारी पहुंच गए हैं और काफी संख्या में आसपास के ग्रामीण भी पहुंच चुके हैं. कुछ देर बाद उनका शव उनके गांव पहुंचेगा. जहां से राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.

रींगस पहुंची शहीद दीपचंद वर्मा की पार्थिव देह

'गोविंद सिंह डोटासरा पहुंचेंगे श्रद्धांजलि देने'

शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा, विधायक महादेव सिंह खंडेला सीकर जिले के कलेक्टर एसपी सहित कई जनप्रतिनिधि पहुंचेंगे.

ग्रामीणों ने बताया कि शहीद हुए दीपचंद बहुत ही मिलनसार और शांत स्वभाव के थे. सेना के प्रति हमेशा से उनमें जज्बा था और जब भी उन्हें कहीं भी शहीद होने की खबर मिलती, तो वे दो मिनट का मौन रखते थे. अपने तीन भाइयों में से सबसे बड़े थे उनके चार बहने हैं. परिवार की आर्थिक हालत बहुत कमजोर है.

शहीद दीपचंद शुरू से ही देश सेवा का जज्बा रखते थे. उनके मन से ही सैनिक बनने की इच्छा थी. इसी इच्छा और मेहनत से शहीद दीपचंद 2003 में सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे. छह महीने पहले ही जवान का हवलदार पद पर प्रमोशन हुआ था.

यह भी पढ़ें : जुड़वा बच्चों के जन्मदिन पर घर आने वाले थे शहीद दीपचंद ...लेकिन किस्मत को कुछ और ही था मंजूर

तीन बच्चों के हैं पिता

शहीद का विवाह सीआरपीएफ में भर्ती के एक साल बाद 2004 में हुआ. शहीद के दो जुड़वा बेटे और एक बेटी है, जो पत्नी सरोज के साथ अजमेर स्थित सीआरपीएफ के क्वार्टर में रहते हैं. घर में बुजुर्ग मां है. पिता की तीन साल पहले दिल और पीलिया की बीमारी से मौत हो चुकी थी.

गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के रेबन सोपोर में केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) की पार्टी पर बुधवार सुबह आतंकी हमले में बावड़ी निवासी सीआरपीएफ जवान दीपचंद वर्मा शहीद हो गए थे. सोपोर के मॉडल टाउन में CRPF की पेट्रोलिंग पार्टी पर बुधवार को सुबह आतंकियों की ओर से अंधाधुंध फायरिंग की गई. जिसमें तीन जवान और दो नागरिक गंभीर घायल हो गए. घायलों को तुरंत हॉस्पिटल में भर्ती कराया था. जहां पर उपचार के दौरान बावड़ी निवासी सैनिक दीपचन्द वर्मा ने दम तोड़ दिया था.

सीकर. जम्मू-कश्मीर के सोपोर में आतंकी हमले में शहीद हुए सीकर के बावड़ी गांव के सीआरपीएफ जवान दीपचंद वर्मा की पार्थिव देह जिले के रींगस कस्बे तक पहुंच चुकी है. कुछ देर में ही पार्थिव शरीर उनकी गांव पहुंचेगी. जहां पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.

शहीद दीपचंद के घर पर सीआरपीएफ के जवान और पुलिस के आला अधिकारी पहुंच गए हैं और काफी संख्या में आसपास के ग्रामीण भी पहुंच चुके हैं. कुछ देर बाद उनका शव उनके गांव पहुंचेगा. जहां से राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.

रींगस पहुंची शहीद दीपचंद वर्मा की पार्थिव देह

'गोविंद सिंह डोटासरा पहुंचेंगे श्रद्धांजलि देने'

शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा, विधायक महादेव सिंह खंडेला सीकर जिले के कलेक्टर एसपी सहित कई जनप्रतिनिधि पहुंचेंगे.

ग्रामीणों ने बताया कि शहीद हुए दीपचंद बहुत ही मिलनसार और शांत स्वभाव के थे. सेना के प्रति हमेशा से उनमें जज्बा था और जब भी उन्हें कहीं भी शहीद होने की खबर मिलती, तो वे दो मिनट का मौन रखते थे. अपने तीन भाइयों में से सबसे बड़े थे उनके चार बहने हैं. परिवार की आर्थिक हालत बहुत कमजोर है.

शहीद दीपचंद शुरू से ही देश सेवा का जज्बा रखते थे. उनके मन से ही सैनिक बनने की इच्छा थी. इसी इच्छा और मेहनत से शहीद दीपचंद 2003 में सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे. छह महीने पहले ही जवान का हवलदार पद पर प्रमोशन हुआ था.

यह भी पढ़ें : जुड़वा बच्चों के जन्मदिन पर घर आने वाले थे शहीद दीपचंद ...लेकिन किस्मत को कुछ और ही था मंजूर

तीन बच्चों के हैं पिता

शहीद का विवाह सीआरपीएफ में भर्ती के एक साल बाद 2004 में हुआ. शहीद के दो जुड़वा बेटे और एक बेटी है, जो पत्नी सरोज के साथ अजमेर स्थित सीआरपीएफ के क्वार्टर में रहते हैं. घर में बुजुर्ग मां है. पिता की तीन साल पहले दिल और पीलिया की बीमारी से मौत हो चुकी थी.

गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के रेबन सोपोर में केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) की पार्टी पर बुधवार सुबह आतंकी हमले में बावड़ी निवासी सीआरपीएफ जवान दीपचंद वर्मा शहीद हो गए थे. सोपोर के मॉडल टाउन में CRPF की पेट्रोलिंग पार्टी पर बुधवार को सुबह आतंकियों की ओर से अंधाधुंध फायरिंग की गई. जिसमें तीन जवान और दो नागरिक गंभीर घायल हो गए. घायलों को तुरंत हॉस्पिटल में भर्ती कराया था. जहां पर उपचार के दौरान बावड़ी निवासी सैनिक दीपचन्द वर्मा ने दम तोड़ दिया था.

Last Updated : Jul 2, 2020, 6:53 PM IST
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