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सीकर नगर परिषद में सभापति के लिए हाइब्रिड प्रत्याशी ने भी किया जीत का दावा

सीकर नगर परिषद में सभापति के चुनाव के लिए एक हाइब्रिड प्रत्याशी भी मैदान में है. जो पार्षद नहीं चुना गया है, लेकिन फिर भी एक पार्षद के समर्थन से सभापति के लिए नामांकन दाखिल किया है. इस प्रत्याशी का कहना है कि कांग्रेस और बीजेपी से असंतुष्ट पार्षद इसे वोट करेंगे.

Sikar Municipal Council Election, सीकर न्यूज
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Published : Nov 22, 2019, 7:10 PM IST

सीकर. सीकर नगर परिषद में सभापति के चुनाव के लिए एक हाइब्रिड प्रत्याशी भी मैदान में है. यह प्रत्याशी पार्षद नहीं चुना गया है लेकिन पार्षद के समर्थन से सभापति का नामांकन दाखिल किया था और अब इसमें जीत का दावा भी किया. इसका कहना है कि कांग्रेस और भाजपा दोनों में काफी पार्षद असंतुष्ट है और मुझे वोट करेंगे.

सीकर नगर परिषद में सभापति के लिए हाइब्रिड प्रत्याशी ने भी किया जीत का दावा

जानकारी के मुताबिक सीकर में नगर परिषद सभापति के लिए कांग्रेस से मौजूदा सभापति जीवन खान और भाजपा से मौजूदा नेता प्रतिपक्ष अशोक चौधरी ने सभापति के लिए नामांकन दाखिल किया है।.इसके साथ ही मोहम्मद तौफीक नाम के एक युवक ने सभापति के लिए नामांकन दाखिल किया है.

पढ़ें- अजमेर: भाजपा से बागी हुए पार्षद रविकान्त को पार्टी ने किया निष्कासित

मोहम्मद तौफीक खुद पार्षद नहीं है लेकिन उसने एक निर्दलीय पार्षद के समर्थन से पर्चा दाखिल किया है. तौफीक के अनुसार हाइब्रिड प्रणाली के तहत प्रदेश में उसका पहला नामांकन है और भाजपा और कांग्रेस में काफी असंतुष्ट पार्षद हैं, जो उसे वोट करेंगे. इसके अलावा कई निर्दलीय पार्षद उसे मतदान करेंगे. तौफीक का कहना है कि उसे जीत का पूरा भरोसा है और वह सभापति बनेगा.

क्या है हाइब्रिड प्रणाली?

प्रदेश में निकाय चुनाव के लिए हाइब्रिड प्रणाली का भी प्रावधान किया गया है. इसके तहत वह व्यक्ति भी नगर पालिका अध्यक्ष या सभापति के लिए नामांकन दाखिल कर सकता है जो कि खुद पार्षद नहीं हो. उसके नामांकन के लिए एक पार्षद का प्रस्तावक होना जरूरी है. सभापति का नामांकन दाखिल करने के बाद अगर बहुमत के मुताबिक पार्षद उसके लिए वोट देते हैं तो वह भी सभापति चुना जा सकता है. इस तरह के प्रावधान के तहत पहली बार सीकर में नामांकन हुआ है.

सीकर. सीकर नगर परिषद में सभापति के चुनाव के लिए एक हाइब्रिड प्रत्याशी भी मैदान में है. यह प्रत्याशी पार्षद नहीं चुना गया है लेकिन पार्षद के समर्थन से सभापति का नामांकन दाखिल किया था और अब इसमें जीत का दावा भी किया. इसका कहना है कि कांग्रेस और भाजपा दोनों में काफी पार्षद असंतुष्ट है और मुझे वोट करेंगे.

सीकर नगर परिषद में सभापति के लिए हाइब्रिड प्रत्याशी ने भी किया जीत का दावा

जानकारी के मुताबिक सीकर में नगर परिषद सभापति के लिए कांग्रेस से मौजूदा सभापति जीवन खान और भाजपा से मौजूदा नेता प्रतिपक्ष अशोक चौधरी ने सभापति के लिए नामांकन दाखिल किया है।.इसके साथ ही मोहम्मद तौफीक नाम के एक युवक ने सभापति के लिए नामांकन दाखिल किया है.

पढ़ें- अजमेर: भाजपा से बागी हुए पार्षद रविकान्त को पार्टी ने किया निष्कासित

मोहम्मद तौफीक खुद पार्षद नहीं है लेकिन उसने एक निर्दलीय पार्षद के समर्थन से पर्चा दाखिल किया है. तौफीक के अनुसार हाइब्रिड प्रणाली के तहत प्रदेश में उसका पहला नामांकन है और भाजपा और कांग्रेस में काफी असंतुष्ट पार्षद हैं, जो उसे वोट करेंगे. इसके अलावा कई निर्दलीय पार्षद उसे मतदान करेंगे. तौफीक का कहना है कि उसे जीत का पूरा भरोसा है और वह सभापति बनेगा.

क्या है हाइब्रिड प्रणाली?

प्रदेश में निकाय चुनाव के लिए हाइब्रिड प्रणाली का भी प्रावधान किया गया है. इसके तहत वह व्यक्ति भी नगर पालिका अध्यक्ष या सभापति के लिए नामांकन दाखिल कर सकता है जो कि खुद पार्षद नहीं हो. उसके नामांकन के लिए एक पार्षद का प्रस्तावक होना जरूरी है. सभापति का नामांकन दाखिल करने के बाद अगर बहुमत के मुताबिक पार्षद उसके लिए वोट देते हैं तो वह भी सभापति चुना जा सकता है. इस तरह के प्रावधान के तहत पहली बार सीकर में नामांकन हुआ है.

Intro:सीकर
सीकर में सभापति के चुनाव के लिए एक हाइब्रिड प्रत्याशी भी मैदान में है। यह प्रत्याशी पार्षद नहीं चुना गया है लेकिन पार्षद के समर्थन से सभापति का नामांकन दाखिल किया था और अब इसमें जीत का दावा भी किया। इसका कहना है कि कांग्रेस और भाजपा दोनों में काफी पार्षद असंतुष्ट है और मुझे वोट करेंगे।


Body:जानकारी के मुताबिक सीकर में नगर परिषद सभापति के लिए कांग्रेस से मौजूदा सभापति जीवन खान और भाजपा से मौजूदा नेता प्रतिपक्ष अशोक चौधरी ने सभापति के लिए नामांकन दाखिल किया है। इसके साथ ही मोहम्मद तौफीक नाम के एक युवक ने सभापति के लिए नामांकन दाखिल किया है। तो फिर खुद पार्षद नहीं है लेकिन उसने एक निर्दलीय पार्षद के समर्थन से पर्चा दाखिल किया है। तोफिक के अनुसार हाइब्रिड प्रणाली के तहत प्रदेश में उसका पहला नामांकन है और भाजपा और कांग्रेस में काफी असंतुष्ट पार्षद है जो उसे वोट करेंगे इसके अलावा कई निर्दलीय पार्षद उसे मतदान करेंगे। तौफीक का कहना है कि उसे जीत का पूरा भरोसा है और वह सभापति बनेगा।

क्या है हाइब्रिड प्रणाली?
प्रदेश में निकाय चुनाव के लिए हाइब्रिड प्रणाली का भी प्रावधान किया गया है इसके तहत वह व्यक्ति भी नगरपालिका अध्यक्ष या सभापति के लिए नामांकन दाखिल कर सकता है जो कि खुद पार्षद नहीं हो। उसके नामांकन के लिए एक पार्षद का प्रस्तावक होना जरूरी है। सभापति का नामांकन दाखिल करने के बाद अगर बहुमत के मुताबिक पार्षद उसके लिए वोट देते हैं तो वह भी सभापति चुना जा सकता है। इस तरह के प्रावधान के तहत पहली बार सीकर में नामांकन हुआ है।


Conclusion:बाईट मोहम्मद तौफीक सभापति प्रत्याशी सीकर
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