सीकर. जिले की सेंट्रल जेल में एक बीमार कैदी शिवा की शुक्रवार को मौत गई थी. इस मामले में परिजनों ने जेल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. यह भी आरोप लगाए गए हैं कि विरोधी पक्ष से मिलीभगत कर जानबूझकर उसका इलाज नहीं करवाया गया. परिजनों का कहना है कि समय पर इलाज मिलता तो कैदी की जान बचाई जा सकती थी.
सीकर जेल में बंद कैदी शिवा की एक दिन पहले मौत हो गई थी. सीकर में 2 साल पहले छात्रनेता मनजीत बाजिया की हत्या के मामले में वह विचाराधीन था. शनिवार को उसके परिजनों के पहुंचने के बाद पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाया. परिजनों ने आरोप लगाया कि जेल प्रशासन ने समय पर उसका इलाज नहीं करवाया और जयपुर ले जाने की बजाय वापस सीकर ले आए.
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परिजनों का कहना है कि जेल प्रशासन ने विरोधी पक्ष से मिलीभगत के कारण उसका इलाज नहीं करवाया. इस मामले में उद्योग नगर पुलिस का कहना है कि मामला जेल से जुड़ा होने की वजह से पहले से इसकी न्यायिक जांच चल रही है और जांच के बाद ही पूरी स्थिति साफ हो पाएगी. पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है.