दांतारामगढ़ (सीकर). श्मशान भूमि में शव जलाने को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया था. एक पक्ष ने विवादित श्मशान भूमि पर अंतिम संस्कार करने का विरोध किया. मृतक के परिजन बोदूराम और अन्य परिजन शव रोड पर ही रख कर वहीं बैठ गए.
प्रशासन को सूचना मिलने पर रानोली थाना अधिकारी घासीराम मीणा मय पुलिस जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचे. दोनों पक्षों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस की समझाइश का लोगों पर कोई असर नहीं होने पर सीओ ग्रामीण राजेश आर्य भी मौके पर पहुंचे. स्थिति काबू में नहीं आने पर सीओ ग्रामीण के निर्देश पर दादिया और धोद पुलिस का जाप्ता भी मौके पर पहुंच गया. इसके बाद सूचना पर दांतारामगढ़ उपखंड अधिकारी अशोक कुमार रणवां, तहसीलदार ओमप्रकाश शर्मा भी मौके पर पहुंचे.
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तहसीलदार को दोनों पक्षों की बात सुनकर तहसीलदार ने विरोध कर रहे पक्ष को कहा, कोविड- 19 में अंतिम संस्कार को लेकर विवाद न करें. अंतिम संस्कार जरूरी है, इसके बाद दूसरे पक्ष के नारायण सिंह खोखर ने श्मशान भूमि के विवाद से संबंधित दस्तावेज तहसीलदार को दिखाए. तहसीलदार ने कोविड- 19 का हवाला देते हुए अंतिम संस्कार शुरू करवा दिया. वहीं एसडीएम अशोक कुमार रणवां की मौजूदगी में प्रशासन की देखरेख में मृतक का अंतिम संस्कार करवाया गया.