ETV Bharat / city

सीकरः कलेक्टर ने ली जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक, लॉकडाउन की सख्ती से पालना के दिए निर्देश

सीकर में कोरोना गाइडलाइंस की सख्ती से पालना करवाने के लिए जिला कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक का आयोजन हुआ. बैठक में लॉकडाउन की सख्ती से पालना करवाने हेतु संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए.

जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक, District level officers meeting
जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक
author img

By

Published : May 9, 2021, 7:05 AM IST

सीकर. प्रदेश में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए राज्य सरकार की ओर से 10 मई से 24 मई तक राज्य में लॉकडाउन किया गया है. इस लॉकडाउन की सख्ती से पालना को लेकर जिला कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक का आयोजन हुआ. जहां लॉकडाउन की जिले में सख्ती से पालना करवाने हेतु संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए.

जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक

जिला कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी ने बताया कि वर्तमान में कोरोना संक्रमण की गंभीर स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार की ओर से राज्य में संपूर्ण लॉकडाउन करने का निर्णय किया गया है, जिसका कारण यही है कि आमजन अभी भी महामारी की गंभीर स्थिति को नहीं समझ पा रहा है. चतुर्वेदी ने कहा कि यदि सरकार चाहे तो लॉकडाउन को गत वर्ष की भांति कठोर सख्त कर सकती है और राज्य सरकार की ओरसे दिए गए दिशा निर्देशों के अनुसार हमें इसकी जिले में सख्ती से पालना भी करवानी पड़ेगी.

पढ़ें- SPECIAL : इंदिरा रसोई अस्पतालों में भर्ती कोरोना मरीजों को निशुल्क करा रही भोजन...दानदाता 20 रुपए में ले सकते हैं फूड पैकेट

जिला कलेक्टर ने कहा कि वर्तमान में जिले में अभी भी कई ऐसे लोग हैं, जो बिना कारणों के घरों के बाहर निकल रहे हैं और महामारी की गंभीर स्थिति को नहीं समझ पा रहे हैं. वहीं वर्तमान में अस्पतालों के बाहर मरीजों की कतारें लगी है, तो ऐसे में हम सबको स्वयं के साथ-साथ अपने परिवार वालों का भी ध्यान रखना आवश्यक है. जिला कलेक्टर ने बताया कि इस स्थिति से बचने का सबसे आसान उपाय यही है कि सरकार की ओर से समय-समय पर जो गाइडलाइंस लागू की जा रही है, उनकी पालना सख्ती से करें.

जिला कलेक्टर ने बताया कि सरकार की ओर से लगातार नियमों को कठोर इसलिए किया जा रहा है, क्योंकि लोग लापरवाह होते जा रहे हैं. ऐसे में मेरी सभी लोगों से यही अपील है कि वह इस महामारी से बचाव हेतु खुद घर पर रहे और अपने परिवार जनों को भी घर पर रखें और सरकार की ओर से जारी की गाइडलाइंस का सख्ती से पालन करें और अति आवश्यक सामान लेने ही घरों से बाहर निकले और उस दौरान फालतू में इधर-उधर न घूमे.

जिला कलेक्टर ने बताया कि हमारे ओर से तो लगातार चालान और संस्थागत क्वॉरेंटाइन करने और दुकानों को सीज करने की कार्रवाई सख्त से सख्त की जा रही है और आगे भी यूं ही सख्ती से कार्रवाई की जाएगी. ऐसे में लोगों से यही अनुरोध है कि वह स्वयं अनुशासन दिखाएं और बेवजह बाहर ना निकले. जिससे कि हम संक्रमण की इस चेन को तोड़ सकें.

पढ़ें- भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया ने मुख्यमंत्री गहलोत को लिखा पत्र, जरूरतमंदों को आर्थिक पैकेज देने की उठाई मांग

निजी अस्पतालों में कोरोना संक्रमितों के उपचार की स्थिति के बारे में बताते हुए जिला कलेक्टर ने कहा कि हमारे ओर से नोडल ऑफिसर नियुक्त किए गए हैं, जिनमें की एक -एक प्रशासनिक अधिकारी और एक-एक चिकित्सा कर्मी शामिल है. जिला कलेक्टर ने बताया कि प्रशासनिक अधिकारियों में जिले के कई आरएसएस अधिकारी और कई विभागों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल है और चिकित्सा अधिकारियों में जिले के उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, राजकीय चिकित्सक शामिल है, जोकि लगातार यह मॉनिटरिंग कर रहे हैं कि निजी अस्पतालों में भर्ती मरीजों का उपचार ठीक तरह से हो रहा है या नहीं, कितनी ऑक्सीजन की आवश्यकता है, कितने बेड उपलब्ध हैं और साथ ही साथ यदि कोई विशेष शिकायत प्राप्त होती है तो उसकी जांच भी इनके और से की जाती है.

पुलिस ने किया फ्लैग मार्च

सीकर के दांतारामगढ़ ब्लॉक के खाटूश्यामजी में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए राज्य सरकार की ओर से 10 मई से लागू किए जा रहे हैं संपूर्ण लॉकडाउन की गाइडलाइन के नियमों से आमजन को जागरूक करने के लिए थाना प्रभारी पूजा पूनिया के नेतृत्व में आधा दर्जन गांवों में फ्लैग मार्च किया गया.

सीकर. प्रदेश में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए राज्य सरकार की ओर से 10 मई से 24 मई तक राज्य में लॉकडाउन किया गया है. इस लॉकडाउन की सख्ती से पालना को लेकर जिला कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक का आयोजन हुआ. जहां लॉकडाउन की जिले में सख्ती से पालना करवाने हेतु संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए.

जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक

जिला कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी ने बताया कि वर्तमान में कोरोना संक्रमण की गंभीर स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार की ओर से राज्य में संपूर्ण लॉकडाउन करने का निर्णय किया गया है, जिसका कारण यही है कि आमजन अभी भी महामारी की गंभीर स्थिति को नहीं समझ पा रहा है. चतुर्वेदी ने कहा कि यदि सरकार चाहे तो लॉकडाउन को गत वर्ष की भांति कठोर सख्त कर सकती है और राज्य सरकार की ओरसे दिए गए दिशा निर्देशों के अनुसार हमें इसकी जिले में सख्ती से पालना भी करवानी पड़ेगी.

पढ़ें- SPECIAL : इंदिरा रसोई अस्पतालों में भर्ती कोरोना मरीजों को निशुल्क करा रही भोजन...दानदाता 20 रुपए में ले सकते हैं फूड पैकेट

जिला कलेक्टर ने कहा कि वर्तमान में जिले में अभी भी कई ऐसे लोग हैं, जो बिना कारणों के घरों के बाहर निकल रहे हैं और महामारी की गंभीर स्थिति को नहीं समझ पा रहे हैं. वहीं वर्तमान में अस्पतालों के बाहर मरीजों की कतारें लगी है, तो ऐसे में हम सबको स्वयं के साथ-साथ अपने परिवार वालों का भी ध्यान रखना आवश्यक है. जिला कलेक्टर ने बताया कि इस स्थिति से बचने का सबसे आसान उपाय यही है कि सरकार की ओर से समय-समय पर जो गाइडलाइंस लागू की जा रही है, उनकी पालना सख्ती से करें.

जिला कलेक्टर ने बताया कि सरकार की ओर से लगातार नियमों को कठोर इसलिए किया जा रहा है, क्योंकि लोग लापरवाह होते जा रहे हैं. ऐसे में मेरी सभी लोगों से यही अपील है कि वह इस महामारी से बचाव हेतु खुद घर पर रहे और अपने परिवार जनों को भी घर पर रखें और सरकार की ओर से जारी की गाइडलाइंस का सख्ती से पालन करें और अति आवश्यक सामान लेने ही घरों से बाहर निकले और उस दौरान फालतू में इधर-उधर न घूमे.

जिला कलेक्टर ने बताया कि हमारे ओर से तो लगातार चालान और संस्थागत क्वॉरेंटाइन करने और दुकानों को सीज करने की कार्रवाई सख्त से सख्त की जा रही है और आगे भी यूं ही सख्ती से कार्रवाई की जाएगी. ऐसे में लोगों से यही अनुरोध है कि वह स्वयं अनुशासन दिखाएं और बेवजह बाहर ना निकले. जिससे कि हम संक्रमण की इस चेन को तोड़ सकें.

पढ़ें- भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया ने मुख्यमंत्री गहलोत को लिखा पत्र, जरूरतमंदों को आर्थिक पैकेज देने की उठाई मांग

निजी अस्पतालों में कोरोना संक्रमितों के उपचार की स्थिति के बारे में बताते हुए जिला कलेक्टर ने कहा कि हमारे ओर से नोडल ऑफिसर नियुक्त किए गए हैं, जिनमें की एक -एक प्रशासनिक अधिकारी और एक-एक चिकित्सा कर्मी शामिल है. जिला कलेक्टर ने बताया कि प्रशासनिक अधिकारियों में जिले के कई आरएसएस अधिकारी और कई विभागों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल है और चिकित्सा अधिकारियों में जिले के उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, राजकीय चिकित्सक शामिल है, जोकि लगातार यह मॉनिटरिंग कर रहे हैं कि निजी अस्पतालों में भर्ती मरीजों का उपचार ठीक तरह से हो रहा है या नहीं, कितनी ऑक्सीजन की आवश्यकता है, कितने बेड उपलब्ध हैं और साथ ही साथ यदि कोई विशेष शिकायत प्राप्त होती है तो उसकी जांच भी इनके और से की जाती है.

पुलिस ने किया फ्लैग मार्च

सीकर के दांतारामगढ़ ब्लॉक के खाटूश्यामजी में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए राज्य सरकार की ओर से 10 मई से लागू किए जा रहे हैं संपूर्ण लॉकडाउन की गाइडलाइन के नियमों से आमजन को जागरूक करने के लिए थाना प्रभारी पूजा पूनिया के नेतृत्व में आधा दर्जन गांवों में फ्लैग मार्च किया गया.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.