सीकर. कोरोना महामारी अपने विकराल स्वरूप में है. कोरोना मरीजों के लिए मेडिकल सुविधा सहित ऑक्सीजन सबसे बड़ी जरूरत बन चुकी है. जिले में ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने के लिए लगाए जाने वाले ऑक्सीजन प्लांट के लिए भामाशाहओं ने कमर कस ली है.
ऑक्सीजन प्लांट के लिए मिल रही मदद
ऑक्सीजन प्लांट के लिए पहले एक करोड़ से भी ज्यादा की राशि आ चुकी है. सीकर विधायक राजेन्द्र पारीक और सभापति जीवण खां की प्रेरणा से विभिन्न सामाजिक संगठनों, व्यापारियों और शहर के भामाशाह ने 23 लाख 45 हजार रुपए की राशि नगद और चेक के रूप में जिला कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी को ऑक्सीजन प्लांट के लिए दी है. नगद राशि के साथ नगर परिषद सभापति जीवण खां के अनुरोध पर उनके भाई और सहयोगी ने दुबई से ऑक्सीजन सिलेंडर के रेगुलेटर भेजे.
मदद के लिए बढ़े हाथ
कोविड सेंटर में काम करने वाले डॉक्टर, लैब टेक्नीशियन, सफाई कर्मचारी और पुलिस के जवानों की सुरक्षा के लिए नगर परिषद की ओर से फेस शील्ड, सैनिटाइजर, 95 मास्क सहित कई सामान सीकर नगर परिषद सभापति ने जिला कलेक्टर को सौंपे. गोकुलपुरा के भामाशाह खीचड़ परिवार के जोगेंद्र खीचड़, बी एल खीचड़, वीरेंद्र खीचड़, मुकुल खीचड़ ने सीकर जिले में ऑक्सीजन प्लांट के लिए पांच लाख रुपए का चेक सीकर जिला कलेक्टर को सहयोग के रूप में दिया.
मुहिम का असर
जिला कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी ने बताया कि हमारे द्वारा चलाई गई मुहिम से लगातार जिले से काफी अच्छा सहयोग मिल रहा है. पहले ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना के लिए निजी शिक्षण संस्थानों से एक करोड़ रुपए की राशि प्राप्त हुई. उसके बाद शहर विधायक राजेंद्र पारीक और नगर परिषद सभापति जीवण खां की प्रेरणा से प्रेरित होकर शहर के विभिन्न प्रबुद्ध लोगों ने 16 लाख 45 रुपए रुपए नगद और 7 लाख रुपए चेक के जरिए दिए हैं.
यह भी पढ़ें- जिम्मेदार बेटियां : तीन बहनों के सिर से उठा पिता का साया, तो बड़ी बेटी ने पहनी 'रस्म की पगड़ी'
नगद राशि के साथ ही अन्य सामान
जिला कलेक्टर ने बताया कि शहर विधायक राजेंद्र पारीक की प्रेरणा से क्षेत्र के कई पार्षद, सरपंच और दूसरे जनप्रतिनिधि भी इस मुहिम में आगे आए हैं. नगद राशि के साथ-साथ ऑक्सीजन मास्क, N-95, सर्जिकल मास्क, सैनिटाइजर सहित कई अन्य सामान भी दिए गए हैं.
मरीजों का हो सकेगा बेहतर इलाज
जिला कलेक्टर ने बताया कि नगर परिषद सभापति जीवण खां ने विशेष रूप से ऑर्डर देकर दुबई से ऑक्सीजन मास्क उपलब्ध कराए हैं. जिनकी वर्तमान में सबसे अधिक आवश्यकता है. राशि देने के बावजूद भी इसकी सप्लाई मिलने में देरी हो रही है. सीधे तौर पर हमें यह ऑक्सीजन मास्क उपलब्ध होने की वजह से मरीजों के उपचार में काफी फायदा मिलेगा.
फ्रंटलाइन वर्कर्स का ध्यान
कलेक्टर के मुताबिक सैनिटाइजर, फेस शील्ड, मास्क को लगातार पुलिस विभाग, नगर परिषद कार्यालयों को प्रदान किए जा रहे हैं ताकि इन विभागों के फ्रंटलाइन वर्कर्स को यह वस्तुएं उपलब्ध हो सके. , जिससे वह सुरक्षित रह कर कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई में अपना कार्य करते रहें.