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स्पेशल : सीकर के 'Special 26'...कई बार प्लाज्मा डोनेट कर बचाई कोरोना मरीजों की जान

कोरोना वायरस को हराने के लिए पूरा देश एकजुट होकर प्रयास कर रहा है. सरकार बार-बार एडवाइजरी जारी कर रही है तो वहीं तमाम संस्थाएं भी इसको लेकर लोगों की मदद करने में जुटी हैं. इसके बाद भी कोरोना लोगों के लिए जानलेवा बना हुआ है. ऐसे में सीकर के जांबाजों की पहल काबिले तारीफ है. इन '26 युवा योद्धाओं' ने कई बार प्लाजमा डोनेट कर लोगों की जान बचाई है. इसके साथ ही प्लाजमा डोनेट करने के लोगों से अपील भी कर रहे हैं. पढ़ें पूरी खबर...

Sikar's youth ahead in Plasma Donet
प्लाजमा डोनेट में आगे सीकर के युवा
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Published : Oct 30, 2020, 9:40 PM IST

Updated : Oct 30, 2020, 10:04 PM IST

सीकर. कोरोना संक्रमण काल में हर किसी अपने स्तर पर लोगों की मदद की. लोगों को भोजन, दवाएं आदि से मदद पहुंचाई है, लेकिन आज हम आपको रूबरू कराने जा रहे हैं सीकर के असली योद्धाओं से. जिन्होंने कोरोना मरीजों की सहायता के लिए एक-दो नहीं कई बार अपना प्लाजमा डोनेट किया और गंभीर मरीजों की जान बचाई. जिले के 26 योद्धाओं ने प्लाजमा दान कर कोरोना से जंग में अहम भूमिका निभाई है. उनका कहना है कि आगे भी वे कोरोना मरीजों की सेवा के लिए कार्यरत रहेंगे.

प्लाजमा डोनेट में आगे सीकर के युवा

कोरोना के इलाज में जब प्लाज्मा थेरेपी कारगर साबित हुई तो सीकर में डॉ. सुधीर महरिया स्मृति संस्थान और नेहरू युवा केंद्र ने संयुक्त रूप से इस मुहिम को आगे बढ़ाने का काम शुरू किया. संस्थान से जुड़े युवाओं ने उन लोगों की जानकारी जुटाई जो कोरोना वायरस से ठीक हो चुके थे. इसके बाद सीकर में प्लाज्मा जांच के लिए शिविर लगाया और जो लोग कोरोना से ठीक हो चुके थे उनका एंटीबॉडी टेस्ट करवाया गया. इस शिविर के बाद संस्थान से जुड़े युवाओं ने प्लाज्मा थेरेपी को लेकर प्रचार प्रसार किया और जहां भी जरूरत पड़ी वहां प्लाज्मा डोनेट करने जाने लगे. अब संस्थान से वे लोग भी जुड़ने लगे हैं जिनको इन्हीं युवाओं ने प्लाज्मा डोनेट किया था और वे ठीक हो गए.

यह भी पढ़ें: SPECIAL: सरकार ने पहली बार कोरोना के इलाज को लेकर होम्योपैथी दवा का दिया सुझाव

ये युवा कर चुके हैं प्लाज्मा डोनेट...

इस संस्थान से जुड़कर प्लाज्मा डोनेट करने वाले युवाओं में जगदीश जटराण, मनोहर मीणा, आबिद जाटू, संदीप भड़िया, मोहम्मद शरीफ, बाबूलाल, इब्राहिम कुरैशी, आदित्य खंडेलवाल, बसंत टेलर, सुभाष प्रजापत, विकास सैनी, नरेश कुमार, चरण सिंह, अरबाज बहलीम, लोकेश पोद्यार, बनवारीलाल, जितेंद्र मावलिया, राजेंद्र कुमार, आशीष घासोलिया, जतिंदर शर्मा, रविंद्र सिंह, नरेंद्र डमोलिया, जितेंद्र कुमार,खुशाल इंदोरिया और बाबू मत्ता शामिल हैं.

Doctors are also appealing for plasma donation
प्लाजमा डोनेशन के लिए डॉक्टर भी कर रहे अपील

एक व्यक्ति के प्लाजमा से बच सकती है तीन लोगों की जान...

प्लाज्मा थैरेपी को आगे बढ़ाने वाले बीएल मील का कहना है कि एक व्यक्ति एक बार में 500 सौ से 750 एमएल तक प्लाज्मा डोनेट कर सकता है. एक मरीज को एक बार में 250 एमएल प्लाज्मा चढ़ाया जाता है. इस तरह एक व्यक्ति के प्लाज्मा से दो से तीन लोगों की जान बचाई जा सकती है. कोई व्यक्ति कोरोना वायरस से ठीक होने 15 दिन बाद प्लाज्मा डोनेट कर सकता है. डोनेट करने से पहले उसका एंटीबॉडी टेस्ट किया जाता है.

सीकर. कोरोना संक्रमण काल में हर किसी अपने स्तर पर लोगों की मदद की. लोगों को भोजन, दवाएं आदि से मदद पहुंचाई है, लेकिन आज हम आपको रूबरू कराने जा रहे हैं सीकर के असली योद्धाओं से. जिन्होंने कोरोना मरीजों की सहायता के लिए एक-दो नहीं कई बार अपना प्लाजमा डोनेट किया और गंभीर मरीजों की जान बचाई. जिले के 26 योद्धाओं ने प्लाजमा दान कर कोरोना से जंग में अहम भूमिका निभाई है. उनका कहना है कि आगे भी वे कोरोना मरीजों की सेवा के लिए कार्यरत रहेंगे.

प्लाजमा डोनेट में आगे सीकर के युवा

कोरोना के इलाज में जब प्लाज्मा थेरेपी कारगर साबित हुई तो सीकर में डॉ. सुधीर महरिया स्मृति संस्थान और नेहरू युवा केंद्र ने संयुक्त रूप से इस मुहिम को आगे बढ़ाने का काम शुरू किया. संस्थान से जुड़े युवाओं ने उन लोगों की जानकारी जुटाई जो कोरोना वायरस से ठीक हो चुके थे. इसके बाद सीकर में प्लाज्मा जांच के लिए शिविर लगाया और जो लोग कोरोना से ठीक हो चुके थे उनका एंटीबॉडी टेस्ट करवाया गया. इस शिविर के बाद संस्थान से जुड़े युवाओं ने प्लाज्मा थेरेपी को लेकर प्रचार प्रसार किया और जहां भी जरूरत पड़ी वहां प्लाज्मा डोनेट करने जाने लगे. अब संस्थान से वे लोग भी जुड़ने लगे हैं जिनको इन्हीं युवाओं ने प्लाज्मा डोनेट किया था और वे ठीक हो गए.

यह भी पढ़ें: SPECIAL: सरकार ने पहली बार कोरोना के इलाज को लेकर होम्योपैथी दवा का दिया सुझाव

ये युवा कर चुके हैं प्लाज्मा डोनेट...

इस संस्थान से जुड़कर प्लाज्मा डोनेट करने वाले युवाओं में जगदीश जटराण, मनोहर मीणा, आबिद जाटू, संदीप भड़िया, मोहम्मद शरीफ, बाबूलाल, इब्राहिम कुरैशी, आदित्य खंडेलवाल, बसंत टेलर, सुभाष प्रजापत, विकास सैनी, नरेश कुमार, चरण सिंह, अरबाज बहलीम, लोकेश पोद्यार, बनवारीलाल, जितेंद्र मावलिया, राजेंद्र कुमार, आशीष घासोलिया, जतिंदर शर्मा, रविंद्र सिंह, नरेंद्र डमोलिया, जितेंद्र कुमार,खुशाल इंदोरिया और बाबू मत्ता शामिल हैं.

Doctors are also appealing for plasma donation
प्लाजमा डोनेशन के लिए डॉक्टर भी कर रहे अपील

एक व्यक्ति के प्लाजमा से बच सकती है तीन लोगों की जान...

प्लाज्मा थैरेपी को आगे बढ़ाने वाले बीएल मील का कहना है कि एक व्यक्ति एक बार में 500 सौ से 750 एमएल तक प्लाज्मा डोनेट कर सकता है. एक मरीज को एक बार में 250 एमएल प्लाज्मा चढ़ाया जाता है. इस तरह एक व्यक्ति के प्लाज्मा से दो से तीन लोगों की जान बचाई जा सकती है. कोई व्यक्ति कोरोना वायरस से ठीक होने 15 दिन बाद प्लाज्मा डोनेट कर सकता है. डोनेट करने से पहले उसका एंटीबॉडी टेस्ट किया जाता है.

Last Updated : Oct 30, 2020, 10:04 PM IST
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