नागौर. राजस्थान मुस्लिम वक्फ बोर्ड के चेयरमैन डॉ. खानू खान बुधवाली रविवार को नागौर जिले के दौरे पर रहे. चेयरमैन बुधवाली ने मेड़ता में वक्फ बोर्ड की संपत्तियों का निरीक्षण किया. साथ ही जमा मस्जिद परिसर में जन सुनवाई कार्यक्रम में शिरकत की. जिसके बाद मेड़ता में बनी कमेटी के कार्यकाल में बकाया पैसे का मामला उठने पर रिपोर्ट तलब की है.
बता दें कि, नागौर सर्किट हाउस में जनसुनवाई कार्यक्रम और दरगाह सूफी हमीदुद्दीन नागोरी की वक्फ बोर्ड की संपत्तियों, जमीनों का भी खानू खान ने निरीक्षण किया. खुर्द बुर्द हो रही वक्फ जायदाद को लेकर कमेटी पदाधिकारियों से विचार विमर्श किया गया. दरगाह के आसपास क्षेत्र की जमीनों पर हो रहे कब्जों को लेकर कमेटी पदाधिकारियों से रिपोर्ट भी तलब की.
नागौर सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में बुधवाली कहा कि, राजस्थान में वक्फ बोर्ड को एक मॉडल के रूप में विकसित करना है, जो कि और राज्यों के लिए नजीर बने. उन्होंने कहा कि,वक्फ संपत्तियों को अतिक्रमण से मुक्त कराना उनकी प्राथमिकता है. जिन लोगों ने वक्फ संपत्तियों पर कब्जा किया है, वे स्वयं उन जमीनों को छोड़ दें. बोर्ड राजस्व बढ़ाने के साथ ही वक्फ बोर्ड की संपत्तियों में निर्माण कर उन्हें किराए पर देने की योजना तैयार कर रहा है.
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वहीं इस दौरान बुधवाली ने बताया कि, वसुंधरा राजे की सरकार में बनी वक्फ कमेटियों को जल्दी भंग किया जाएगा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को उन कमेटियों में शामिल किया जाएगा. मुस्लिम समाज के बच्चों के लिए स्कूल और छात्रावास की व्यवस्था को सुव्यवस्थित किया जाएगा. साथ ही बताया कि, प्रदेश में इस प्रकार की गड़बड़ियों के प्रकरण मिलने पर कार्रवाई की जा रही है.
इससे पहले खानू खान का दरगाह बाजार में जोरदार स्वागत किया गया. स्थानीय डीडवाना कब्रिस्तान में पानी निकासी और मदरसों में शिक्षकों की समस्याओं से भी उन्हें अवगत कराया गया. बुधवाली का पदभार ग्रहण करने के बाद मेड़ता और नागौर का यह पहला दौरा है.