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नागौर: अतिक्रमण हटाने को लेकर 2 विभागों में तकरार, SDM के लेटर से मचा हड़कंप

नागौर शहर में इन दिनों 2 विभागों के बीच तनातनी का माहौल देखने को मिल रहा है. दोनों विभाग के अधिकारियों की तरफ से एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया. वहीं नागौर के एसडीएम दीपांशु सांगवान ने नागौर नगर परिषद के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए नगर परिषद पर अतिक्रमण को बढ़ावा देने को लेकर उच्च अधिकारी को पत्र लिखा है. एसडीएम के पत्र से नागौर नगर परिषद में इन दिनों हड़कंप मच गया.

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नागौर में अतिक्रमण
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Published : Feb 10, 2020, 1:31 PM IST

नागौर. शहर के दो विभागों में इस वक्त तकरार का माहौल देखने को मिल रहा है. उपखंड अधिकारी दीपांशु सांगवान के पत्र के चलते इन दिनों नागौर नगर परिषद सहित कलेक्ट्रेट में हड़कंप मचा हुआ है. दीपांशु सांगवान ने नागौर नगर परिषद पर अतिक्रमण को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है.

कलेक्टर ने उच्च अधिकारी को अतिक्रमण मामले में लिखा पत्र

जिसके बाद उन्होंने नागौर शहर के तालाबों और अंगोर भूमि पर हो रहे अतिक्रमण के मामले में जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव सहित राजस्थान हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार और राष्ट्रीय ग्रीन ट्रिब्यूनल के रजिस्ट्रार और डीएलबी विभाग के निर्देशक को पत्र लिखा है.

पढ़ेंः नागौर: माली समाज का सामूहिक विवाह सम्मेलन, 94 जोड़े बने हमसफर

एसडीम दीपांशु सांगवान ने जिला कलेक्टर सहित अन्य विभागों के लिखे पत्र में बताया कि, नागौर शहर के जल स्रोतों की आड़ में अतिक्रमण किए जा रहे हैं. नागौर नगर परिषद के कार्मिकों की मिलीभगत कर विधि के विरुद्ध नियमन करने की शिकायतें लगातार मिल रहीं हैं.

पढ़ेंः राजस्थान में शुरू होगी नवजात सुरक्षा योजना, चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने की घोषणा

एसडीम ने अपने पत्र में बताया, कि उन्होंने तहसीलदार की ओर से विभिन्न स्थानों पर हो रहे अतिक्रमण की मौका रिपोर्ट मंगाई. इस मौका रिपोर्ट में प्रथम दृष्टया यह स्पष्ट हुआ, कि नागौर उपखंड क्षेत्र में जल स्रोत और तालाबों की आड़ में अतिक्रमण किया जा रहा है. एसडीएम ने अपने पत्र में स्पष्ट लिखा है, कि नागौर नगर परिषद पूर्ण तरह विफल इकाई में परिवर्तित होती जा रही है. जिसको प्रशासनिक सुधार की दिशा में लिया जाना जरूरी है.

पढ़ेंः जयपुर एयरपोर्ट पर कमर्शियल एंट्री पासधारकों के लिए बड़ी खबर, अब 31 मार्च तक बन सकेंगे एंट्री पास

नागौर नगर परिषद के आयुक्त जोधाराम विश्नोई ने बताया, कि समय-समय पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई लगातार की जाती है. उपखंड अधिकारी की ओर से अतिक्रमण के मामले में जब भी जाब्ता मांगा जाता है, वह समय पर उपलब्ध करवा दिया जाता है.

नगर परिषद के आयुक्त जोधाराम विश्नोई ने बताया, कि उपखंड अधिकारी की तरफ से स्टेट ग्रांट खांचा भूमि नियमन संबंधित तमाम पत्रावली मांगी है, जो उन्हें उपलब्ध करा दी गई है. जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव ने पूरे मामले पर 4 सदस्यों की एक कमेटी का गठन किया है, जहां अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई की जाएगी.

नागौर. शहर के दो विभागों में इस वक्त तकरार का माहौल देखने को मिल रहा है. उपखंड अधिकारी दीपांशु सांगवान के पत्र के चलते इन दिनों नागौर नगर परिषद सहित कलेक्ट्रेट में हड़कंप मचा हुआ है. दीपांशु सांगवान ने नागौर नगर परिषद पर अतिक्रमण को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है.

कलेक्टर ने उच्च अधिकारी को अतिक्रमण मामले में लिखा पत्र

जिसके बाद उन्होंने नागौर शहर के तालाबों और अंगोर भूमि पर हो रहे अतिक्रमण के मामले में जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव सहित राजस्थान हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार और राष्ट्रीय ग्रीन ट्रिब्यूनल के रजिस्ट्रार और डीएलबी विभाग के निर्देशक को पत्र लिखा है.

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एसडीम दीपांशु सांगवान ने जिला कलेक्टर सहित अन्य विभागों के लिखे पत्र में बताया कि, नागौर शहर के जल स्रोतों की आड़ में अतिक्रमण किए जा रहे हैं. नागौर नगर परिषद के कार्मिकों की मिलीभगत कर विधि के विरुद्ध नियमन करने की शिकायतें लगातार मिल रहीं हैं.

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एसडीम ने अपने पत्र में बताया, कि उन्होंने तहसीलदार की ओर से विभिन्न स्थानों पर हो रहे अतिक्रमण की मौका रिपोर्ट मंगाई. इस मौका रिपोर्ट में प्रथम दृष्टया यह स्पष्ट हुआ, कि नागौर उपखंड क्षेत्र में जल स्रोत और तालाबों की आड़ में अतिक्रमण किया जा रहा है. एसडीएम ने अपने पत्र में स्पष्ट लिखा है, कि नागौर नगर परिषद पूर्ण तरह विफल इकाई में परिवर्तित होती जा रही है. जिसको प्रशासनिक सुधार की दिशा में लिया जाना जरूरी है.

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नागौर नगर परिषद के आयुक्त जोधाराम विश्नोई ने बताया, कि समय-समय पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई लगातार की जाती है. उपखंड अधिकारी की ओर से अतिक्रमण के मामले में जब भी जाब्ता मांगा जाता है, वह समय पर उपलब्ध करवा दिया जाता है.

नगर परिषद के आयुक्त जोधाराम विश्नोई ने बताया, कि उपखंड अधिकारी की तरफ से स्टेट ग्रांट खांचा भूमि नियमन संबंधित तमाम पत्रावली मांगी है, जो उन्हें उपलब्ध करा दी गई है. जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव ने पूरे मामले पर 4 सदस्यों की एक कमेटी का गठन किया है, जहां अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई की जाएगी.

Intro:अतिक्रमण हटाने को लेकर दो विभागों में तकरार

नागौर शहर में इन दिनों दो विभागों के बीच तनातनी का माहौल देखने को मिल रहा है। दोनों विभाग के अधिकारी द्वारा एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया । वहीं नागौर के एसडीएम दीपांशु सांगवान ने नागौर नगर परिषद के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए नगर परिषद पर अतिक्रमण को बढ़ावा देने को लेकर उच्च अधिकारी को पत्र लिखा है । एसडीएम के पत्र से नागौर नगर परिषद में इन दिनों मच गया।


Body:नागौर के उपखंड अधिकारी दीपांशु सांगवान के पत्र के चलते इन दिनों नागौर नगर परिषद सहित कलेक्ट्रेट में हड़कंप मचा हुआ है ।
जानकारी के अनुसार दीपांशु सांगवान ने नागौर नगर परिषद पर अतिक्रमण को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए नागौर शहर के तालाबों और अंगोर भूमि पर हो रहे अतिक्रमण के मामले में जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव सहित राजस्थान हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार और राष्ट्रीय ग्रीन ट्रिब्यूनल के रजिस्टार और DLB विभाग के निर्देशक को पत्र लिखा है ।

एसडीम दीपांशु सांगवान ने जिला कलेक्टर सहित अन्य विभागों के लिखे पत्र में बताया कि नागौर शहर के जल स्रोतों की आड़ में किए जा रहे अतिक्रमण नागौर नगर परिषद के कार्मिकों की मिलीभगत कर विधि के विरुद्ध नियमन करने की शिकायतें लगातार मिलती जा रही है ।

एसडीम ने अपने पत्र में बताया कि उन्होंने तहसीलदार द्वारा विभिन्न स्थानों पर हो रहे अतिक्रमण की मौका रिपोर्ट मंगाई इस मौका रिपोर्ट में प्रथम दृष्टया यह स्पष्ट हुआ कि नागौर उपखंड क्षेत्र में जल स्रोत और तालाबों की आड़ में अतिक्रमण किया जा रहा है ।
एसडीएम ने अपने पत्र में स्पष्ट लिखा है कि नागौर नगर परिषद एक पूर्ण तरह विफल इकाई में परिवर्तित होती जा रही है जिसको प्रशासनिक सुधार की दिशा में लिया जाना आवश्यक है।

पूरे मामले में नागौर नगर परिषद के आयुक्त जोधाराम विश्नोई ने बताया कि समय-समय पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई लगातार की जाती है और उपखंड अधिकारी द्वारा अतिक्रमण के मामले में जब भी जाब्ता मांगा जाता है वह समय पर उपलब्ध करवा दिया जाता है ।

वही नगर परिषद के आयुक्त जोधाराम विश्नोई ने बताया कि उपखंड अधिकारी द्वारा स्टेट ग्रांट खांचा भूमि नियमन संबंधित की तमाम पत्रावली मांगी है जो उन्हें उपलब्ध करा दी गई है ।


Conclusion:वही नागौर जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव ने पूरे मामले पर 4 सदस्यों की एक कमेटी का गठन किया है जहां अतिक्रमण की हटाने की कार्रवाई की जाएगी ।

बाईट 01 जोधाराम विश्नोई आयुक्त नगर परिषद

बाइट 02 दीपांशु सांगवान उपखंड अधिकारी नागौर
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